भोपाल। केंद्रीय चुनाव आयोग ने आगामी राज्यसभा निर्वाचन के कार्यक्रम की घोषणा कर दी है. इस कार्यक्रम के तहत 17 राज्यों की 55 राज्यसभा सीटों के लिए निर्वाचन 26 मार्च को संपन्न होना है. मध्यप्रदेश की तीन राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव होना है, भारत निर्वाचन आयोग के कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही मध्यप्रदेश विधानसभा सचिवालय चुनाव की तैयारियों में जुट गया है.
मध्यप्रदेश विधानसभा सचिवालय के लिए राहत की बात ये है कि इसी दौरान बजट सत्र की प्रक्रिया चालू रहेगी. इसलिए राज्यसभा निर्वाचन के लिए विधायकों को अलग से आमंत्रित नहीं करना पड़ेगा. हालांकि राज्यसभा निर्वाचन में मतदान की स्थिति बनती है या नहीं बनती है, ये नामांकन दाखिले के बाद की स्थिति पर निर्भर करेगा.
अप्रैल में मध्यप्रदेश के कोटे के तीन सांसदों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है, जिसमें कांग्रेस से दिग्विजय सिंह और भाजपा से प्रभात झा और सत्यनारायण जटिया का कार्यकाल पूरा हो रहा है. भारत निर्वाचन आयोग ने जो राज्यसभा निर्वाचन का कार्यक्रम घोषित किया गया है, वह इस प्रकार है:
- 6 मार्च को अधिसूचना जारी होगी
- 13 मार्च तक नामांकन भरे जाएंगे
- 16 मार्च को नामांकन पत्रों की जांच होगी
- 18 मार्च को नाम वापसी की अंतिम तारीख होगी
- 26 मार्च को सुबह 9 से शाम 4 बजे तक वोटिंग होगी, उसी दिन मतों की गिनती होगी
- 30 मार्च को राज्यसभा चुनाव की प्रक्रिया संपन्न होगी
मध्यप्रदेश विधानसभा सचिवालय के प्रमुख सचिव एपी सिंह ने बताया कि राज्यसभा की सीट अप्रैल महीने के पहले और दूसरे सप्ताह में खाली हो रही है. करीब 17 राज्यों में निर्वाचन होना है, उसके लिए हाल ही में केंद्रीय चुनाव आयोग ने महत्वपूर्ण बैठक रखी थी, जिसमें मुख्य बिंदुओं पर चर्चा की गई थी. आज ही तारीखों का ऐलान किया गया है. जिसके बाद तय कार्यक्रम के अनुसार प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी.
इस तरह पूरी प्रक्रिया मार्च में ही संपन्न हो जाएगी. एमपी में इस दौरान बजट सत्र चलता रहेगा. इसलिए अलग से विधायकों को बुलाने की जरूरत नहीं होगी. सत्र के दौरान ही राज्यसभा चुनाव की प्रक्रिया संपन्न हो जाएगी.