भोपाल।एमपी विधानसभा चुनाव में भले ही कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया लेकिन बावजूद इसके लोकसभा की कमान फिर से कमलनाथ को दे दी गई है. कांग्रेस हाई कमान ने फिर कमलनाथ के कंधों पर 29 सीटों की जिम्मेदारी दे दी है.
कमलनाथ पर फिर जताया भरोसा:दिल्ली में हुई बैठक में एमपी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बदलने को लेकर कोई भी चर्चा नहीं हुई. ठीक इसके उलट कमलनाथ की इस्तीफा देने की अटकलों के बीच हाईकमान ने कमलनाथ पर फिर भरोसा जताया है. विधायक दल का नेता चुनने के लिए जल्द दिल्ली से पर्यवेक्षक भेजे जाएंगे. प्रदेश के नेताओं ने आलाकमान को जल्द पर्यवेक्षक भेजने के लिए कहा है. वहीं हार की समीक्षा बैठक में चुनाव हारने पर सभी नेताओं ने अलग-अलग तर्क दिए.
चुनाव हारने की समीक्षा में क्या निकला:विधानसभा चुनाव में हुई हार की सभी नेता अपनी-अपनी रिपोर्ट लेकर पहुंचे थे. बैठक में चुनाव हारने की समीक्षा में ये बात सामने आई कि टिकट वितरण में गड़बड़ी हुई. साथ ही संगठन की कमजोरी को भी हार के लिए जिम्मेदार माना गया. हालांकि हार की समीक्षा के दौरान हार का ठीकरा ज्यादातर नेताओं ने ईवीएम पर फोड़ दिया. एससी-एसटी वोट छिटकने के कारणों पर भी चर्चा हुई. बताया गया कि हमारे आदिवासी नेताओं की आदिवासियों पर पकड़ कमजोर हुई है.