भोपाल। कोरोना ने दुनिया में रिश्तों को बदल दिया है. लॉकडाउन के दौरान जब बहुत से लोग एक ही छत के नीचे रहने को मजबूर थे. जब लोग साथ-साथ ज्यादा वक्त बिताने लगे तो रिश्तों का तनाव भी खुलकर सामने आ गया. कई परिवारों में तो स्थिति ऐसी हुई की बात तलाक ता जा पहुंची. ऐसे ही परिवारों को संभालने का काम किया सोशल वर्कर और वूमन हिलिंग स्पेशलिस्ट भूमिका कलम ने. भूमिका ने 3500 से ज्यादा परिवारों में महिलाओं की हिलिंग या काउंसलिंग कर सकारात्मक सोच उत्पन्न की और परिवारों को टूटने से बचाया.
घर में लगातार रहने से बढ़ने लगा तनाव
कोविड से बचने के लिए लोग घरों की चारदीवारी में कैद हुए. फिर अर्थव्यवस्था मंदी होने से रिश्तों पर आर्थिक दबाव भी पड़ा. लोग जिन परिवार वालों से दूर-दूर रहते थे, लॉकडाउन के दौरान उनके साथ ज्यादा वक्त बिताने लगे. वहीं दफ्तर के जिन सहकर्मियों और अपने दोस्तों के साथ ज्यादा रहते थे, उनसे दूरी बनाने लगे. इसका नतीजा ये रहा कि रिश्तों की डोर में तनाव आ गया.
लॉकडाउन के बाद बढ़े तलाक के मामले
कोरोना वायरस ने लोगों को मानसिक और शारीरिक रूप से ही नहीं तोड़ा, बल्कि कई रिश्तों को भी इस वायरस ने तोड़ दिया. कोरोना में जिस समय परिवार घरों में बंद रहे. उस दौरान रिश्तों में तनाव देखने को मिलने लगा. इस दौरान तलाक के मामलों की बाढ़ आ गई. भारत ही नहीं दुनियाभर में शियान डिवोर्स के नाम से हैशटैग पर करीब सवा तीन करोड़ पोस्ट किए गए.
तलाक तक पहुंच गए थे कई रिश्ते
मध्य प्रदेश की रहने वाली भूमिका कलम बताती हैं कि उनके पास भी ऐसे कई केस आए, जिसमें रिश्ते तलाक तक पहुंच गए थे. इन रिश्तों को बचाने की उन्होंने कई कोशिश की. सोशल वर्किंग और वूमेन हीलिंग से जुड़ी भूमिका बताती हैं कि ऑनलाइन के माध्यम से ही उन्होंने लोगों को कुछ उपाय बताएं और साथ में मेडिटेशन और योग को भी करने की सलाह दी. जिसके माध्यम से लोगों के परिवार बच गए.
काउंसलिंग के लिए विदेशों से भी आते हैं कॉल