मध्य प्रदेश

madhya pradesh

By

Published : Oct 13, 2021, 9:37 PM IST

ETV Bharat / state

लॉकडाउन ने बढाया रिश्तों में तनाव, 'भूमिका' जोड़ रही है टूटे रिश्तों की डोर

भोपाल में रहने वाली सामाजिक कार्यकर्ता और वूमन हिलिंग स्पेशलिस्ट भूमिका कलम लॉकडाउन के दौरान टूटने की कगार पर पहुंचे या टूट चुके रिश्तों को सुधारने की कोशिशों में जुटी है.

लॉकडाउन ने बढाया रिश्तों में तनाव
लॉकडाउन ने बढाया रिश्तों में तनाव

भोपाल। कोरोना ने दुनिया में रिश्तों को बदल दिया है. लॉकडाउन के दौरान जब बहुत से लोग एक ही छत के नीचे रहने को मजबूर थे. जब लोग साथ-साथ ज्यादा वक्त बिताने लगे तो रिश्तों का तनाव भी खुलकर सामने आ गया. कई परिवारों में तो स्थिति ऐसी हुई की बात तलाक ता जा पहुंची. ऐसे ही परिवारों को संभालने का काम किया सोशल वर्कर और वूमन हिलिंग स्पेशलिस्ट भूमिका कलम ने. भूमिका ने 3500 से ज्यादा परिवारों में महिलाओं की हिलिंग या काउंसलिंग कर सकारात्मक सोच उत्पन्न की और परिवारों को टूटने से बचाया.

'भूमिका' जोड़ रही है टूटे रिश्तों की डोर

घर में लगातार रहने से बढ़ने लगा तनाव

कोविड से बचने के लिए लोग घरों की चारदीवारी में कैद हुए. फिर अर्थव्यवस्था मंदी होने से रिश्तों पर आर्थिक दबाव भी पड़ा. लोग जिन परिवार वालों से दूर-दूर रहते थे, लॉकडाउन के दौरान उनके साथ ज्यादा वक्त बिताने लगे. वहीं दफ्तर के जिन सहकर्मियों और अपने दोस्तों के साथ ज्यादा रहते थे, उनसे दूरी बनाने लगे. इसका नतीजा ये रहा कि रिश्तों की डोर में तनाव आ गया.

लॉकडाउन के बाद बढ़े तलाक के मामले

कोरोना वायरस ने लोगों को मानसिक और शारीरिक रूप से ही नहीं तोड़ा, बल्कि कई रिश्तों को भी इस वायरस ने तोड़ दिया. कोरोना में जिस समय परिवार घरों में बंद रहे. उस दौरान रिश्तों में तनाव देखने को मिलने लगा. इस दौरान तलाक के मामलों की बाढ़ आ गई. भारत ही नहीं दुनियाभर में शियान डिवोर्स के नाम से हैशटैग पर करीब सवा तीन करोड़ पोस्ट किए गए.

तलाक तक पहुंच गए थे कई रिश्ते

मध्य प्रदेश की रहने वाली भूमिका कलम बताती हैं कि उनके पास भी ऐसे कई केस आए, जिसमें रिश्ते तलाक तक पहुंच गए थे. इन रिश्तों को बचाने की उन्होंने कई कोशिश की. सोशल वर्किंग और वूमेन हीलिंग से जुड़ी भूमिका बताती हैं कि ऑनलाइन के माध्यम से ही उन्होंने लोगों को कुछ उपाय बताएं और साथ में मेडिटेशन और योग को भी करने की सलाह दी. जिसके माध्यम से लोगों के परिवार बच गए.

काउंसलिंग के लिए विदेशों से भी आते हैं कॉल

भूमिका बताती हैं कि सिर्फ भोपाल और मध्य प्रदेश ही नहीं देश के साथ ही बाहर से भी कई लोग इनके संपर्क में आए. उन्होंने उनके परिवार को बचाने में महती भूमिका निभाई. भूमिका के अनुसार ज्यादा समय एक दूसरे के साथ रहने से हर बात को लेकर लोगों के परिवारों में तनाव उत्पन्न हुआ. जिसका उपाय यही था कि उस काम को बांट दिया जाए.

केस स्टडी

भूमिका बताती हैं कि कई क्लाइंट ऐसे थे जिनका तलाक भी लॉकडाउन के दौरान हो गया. उसके पहले अंतिम मौका होने के चलते जब उन्होंने भूमिका से बात की तो भूमिका ने इन्हें कई तरह से समझाया. हीलिंग करते हुए उन्हें सकारात्मक सोच के साथ यह समझाया कि किस तरह से इस तनाव से निकला जाए.

लॉकडाउन में होने लगे थे झगड़े

इधर भूमिका से उपचार प्राप्त करने वाली दीपा (परिवर्तित नाम) बताती हैं कि पति की शॉप थी. लेकिन लॉकडाउन के चलते बंद हो गई. दोनों बच्चे भी स्कूल बंद होने के चलते साथ में घर पर ही थे. वहीं सास ससुर भी साथ ही रहते थे. ऐसे में घर की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी. इस दौरान दोनों के बीच हर छोटी छोटी बात पर झगड़ा होने लगा. बात मारपीट से होते हुए तलाक तक पहुंच गई. लेकिन फिर मैं भूमिका के संपर्क में आई और भूमिका की काउंसलिंग के बाद उनके जीवन में बदलाव आ गया.

IAS में चयनित MP के होनहार: जागृति, अरविंद, दामिनी की संघर्ष गाथा

भूमिका ने दी सकारात्मक सोच

एक और महिला सुमन (परिवर्तित नाम) बताती हैं कि लॉकडाउन से पहले भी उनका पति उनके साथ मारपीट करता था. लेकिन लॉकडाउन के बाद जब से वो घर में रहने लगा, तो बात-बात पर झगड़ा होने लगा. घर की साफ-सपाई से लेकर खाना बनाने तक, हर बात को लेकर तनाव बढ़ गया. वो अक्सर खाना फेंक देता था. वो जल्द से जल्द तलाक ले लेना चाहती थी. हीलिंग के दौरान भूमिका ने उन्हें सकारात्मक सोच दी. इसके बाद उन्होंने तलाक लेने का फैसला वापस लेते हुए पति के साथ ही रहने में समझदारी समझी और अभी वह खुश हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details