भोपाल। कोरोना संक्रमण के चलते देश भर में करीब दो महीने से लॉकडाउन है, यही इस महामारी से बचाव का अचूक उपाय है, लेकिन लॉकडाउन से कई व्यवसाय और छोटे-मोटे उद्योग-धंधे पूरी तरह चौपट हो गए हैं. भोपाल में गर्मी के दिनों में शीतल पेय बेचने वालों का भी हाल बेहाल है. आलम ये है कि उनके सामने रोजी-रोटी चलाने का गंभीर संकट खड़ा हो गया है.
लॉकडाउन के चलते छोटे-बड़े सभी व्यवसाय बंद हैं, लेकिन छोटे व्यापारियों का तो जैसे सब कुछ उजड़ गया है. नीबू पानी, शिकंजी, गन्ने का ठेला लगाने वालों के पास रोजी-रोटी का दूसरा कोई साधन भी नहीं है. वल्लभनगर की बस्ती में रहने वाले गणेश पिछले 8 साल से नीबू-पानी शिकंजी का ठेला लगाते आ रहे हैं और गर्मी के महीनों में जो अच्छी कमाई होती है, उसी से घर चलाते हैं, लेकिन लॉकडाउन में इन्हें घर चलाना भी मुश्किल हो गया है. सरकार की ओर से मिल रही थोड़ी मदद भी नाकाफी साबित हो रही है.