भोपाल। विधानसभा चुनाव के पहले राज्य सरकार ने युवा वर्ग को लुभाने और युवाओं को स्वरोजगार उपलब्ध कराने सीखो कमाओ योजना के पंजीयन की शुरूआत की गई है. भोपाल के रवीन्द्र भवन में आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि यह अपनी तरह की योजना है. जिसमें युवाओं को काम सीखने के साथ स्टायपेंड भी मिलेगा. इसके तहत 8 हजार रुपए से लेकर 10 हजार रुपए तक की राशि दी जाएगी. सीएम ने कहा कि अभी तक इस योजना से 10574 कंपनियां जुड़ चुकी हैं. राज्य सरकार इस योजना को लेकर दूसरे राज्यों में भी अभियान चलाएगी, ताकि दूसरे राज्यों की कंपनियों भी इससे जुड़ सकें.
प्रदेश के बाहर भी चलाया जाएगा अभियान:सीएम ने कहा कि अब इस योजना के लिए प्रदेश भर में अभियान चलाया जाएगा. सिर्फ मध्यप्रदेश ही नहीं, बल्कि दूसरे राज्यों में भी अभियान चलाया जाएगा. ताकि बाहर की कंपनियां भी अपना पंजीयन कराएं और प्रदेश के युवाओं को बाहर की कंपनियों में रोजगार के अवसर प्राप्त हो सके. सीएम ने कहा कि 20 से ज्यादा राज्यों की कंपनियों में प्रस्ताव दिए गए हैं. इनमें वैकेंसी निकाली जा रही है. इसके आलवा फिक्की और सीआईआई से भी बैठक करने जा रहे हैं, ताकि प्रदेश के बाहर की कंपनियों में भी बच्चों को काम दिलाया जा सके. सीएम ने कहा कि यदि आप काम सीख गए और स्किल्ड हो गए तो उन्हीं कंपनियों में रोजगार के अवसर प्राप्त हो जाएंगे. इससे युवाओं को रोजगार के लिए भटकना नहीं होगा. सीएम ने कहा कि अभी इस योजना की शुरूआत है. इस योजना के जरिए अभी तक 34 हजार रोजगार के पद सृजित हुए हैं. उम्मीद है आने वाले समय में यह हजारों में होंगे. सीएम ने कहा कि अभी इसे शुरू किया गया है, जरूरी हुआ तो इसमें सुधार भी किया जाएगा.