भोपाल। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा है कि यही वजह है कि बिना सीएम के अभिमत के बड़े अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा सकती, जबकि इस तरह के प्रस्ताव को कांग्रेस सरकार के समय वापस कर दिया गया था. डॉ. गोविंद सिंह ने भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर भी कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने नड्डा से पूछा है कि क्या यही पार्टी की संस्कृति है.
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का नड्डा को पत्र जबलपुर के संस्कार का पालन करें :डॉ. गोविंद सिंह ने अपने पत्र में लिखा है कि प्रदेश की संस्कारधानी के नाम से विख्यात जबलपुर में आपकी ससुराल है और सौभाग्य से मैं भी उसी जबलपुर में शिक्षा अध्ययन हेतु लंबे समय तक रहा हूं. इसलिए संस्कारधानी के इतने तो संस्कार हैं ही कि गलत को गलत और सही को सही कह सकें. भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर 75 साल के कमलनाथ से पूछ रही हैं कि वे अपनी मां से पूछें कि उनका क्या धर्म है.
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का नड्डा को पत्र Factionalism in BJP : बीजेपी में अंदरखाने सब ठीक नहीं, नड्डा के स्वागत मंच पर गृह मंत्री नरोत्तम को नहीं मिली जगह तो हुए नाराज
क्या यही है बीजेपी की संस्कृति :नेता प्रतिपक्ष ने पूछा कि इस तरह के बयान क्या बीजेपी की संस्कृति का हिस्सा है. प्रदेश में अपराध चरम पर है. हर रोज 29 बच्चियों के अपहरण की घटनाएं हो रही हैं. यह तो सुशासन को लज्जित करने जैसा है. डॉ. गोविंद सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर आरोप लगाया कि खिलौने लेने वे हाथ ठेला चला रहे हैं, लेकिन पूर्ववर्ती सरकार के समय खरीदे गए 94 करोड़ रुपए के खिलौनों का सरकार के पास कोई हिसाब नहीं है. महिला एवं बाल विकास विभाग सीएम के पास ही है. इसके बाद भी प्रदश में आंगनबाडियों की स्थिति दयनीय बनी हुई है. सरकार विज्ञापन के जरिए सिर्फ अपना महमामंडल करने में जुटी है.
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का नड्डा को पत्र (Leader of Opposition in Assembly Dr Govind Singh) (Leader of Opposition letter to BJP National President) (Leader of Opposition asked many questions)