भोपाल।कूनों नेशनल पार्क में हो रही चीतों की मौत के बीच केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से कूनो नेशनल पार्क में स्थानांतरित किए गए चीतों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए बैठक करेंगे. पिछले दो महीनों में मार्च में पैदा हुए तीन शावक समेत से छह चीतों की मौत की हो चुकी है. एक अधिकारी ने बताया कि राज्य के शीर्ष वन अधिकारियों ने 29 मई को यादव के साथ बैठक से पहले शुक्रवार को सीएम चौहान को जानकारी दी. जिसके दौरान चीता रिवाईवल के साथ-साथ इसे मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की जाएगी.
2 महीनो में 6 चीतों की मौत:ज्वाला से पैदा हुए चार शावकों में से तीन की 23 मई को मृत्यु हो गई है. नामीबियाई चीतों में से एक साशा की 27 मार्च को गुर्दे से संबंधित बीमारी के कारण मृत्यु हो गई. दक्षिण अफ्रीका से लाए गए उदय की 13 अप्रैल को मौत हो गई थी. दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीते दक्ष ने इस साल 9 मई को संभोग के प्रयास के दौरान एक नर के साथ हिंसक झड़प के बाद दम तोड़ दिया था. बैठक को लेकर सीएम को जानकारी देने वाले अधिकारियों में प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) रमेश कुमार गुप्ता, पीसीसीएफ (वन्यजीव) जे एस चौहान और उनके डिप्टी सुभरंजन सेन शामिल हैं.
गर्मी का सामना नहीं कर सके शावक: सूत्रों ने बताया कि नेशनल टाइगर कंजरवेटिव अथॉरिटी (एनटीसीए) ने चीता टास्क फोर्स के साथ मिलकर स्थिति पर नजर रखने और महत्वपूर्ण फैसले लेने के लिए 11 सदस्यीय संचालन समिति का गठन किया है. अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि मुख्यमंत्री को बताया गया है कि हाल ही में मरने वाले शावकों का वजन 3 किलोग्राम के आदर्श वजन के मुकाबले 1.6 किलोग्राम कम था और चिलचिलाती गर्मी का सामना नहीं कर सकते थे.