भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने मुख्यमंत्री जन कल्याण संबल योजना को री-लॉन्चिंग कर दिया है. जिसके बाद इस योजना को लेकर सियसात भी शुरू हो गई है. योजना को फिर शुरू करने के दावे को नकारते हुए कांग्रेस ने कहा है कि, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह सरासर झूठ बोल रहे हैं. कमलनाथ सरकार बनने पर संबल योजना को बंद नहीं किया गया था, बल्कि मजदूरों के नाम पर जो फर्जी तरीके से भाजपा कार्यकर्ता इसमें शामिल किए गए थे, उनके नाम हटाकर नया नाम "नया सवेरा" देकर योजना को नए सिरे से संचालित किया गया था.
कांग्रेस का कहना है कि, शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री रहते हुए इस योजना में मात्र 330 करोड़ की राशि वितरित की गई थी और कांग्रेस सरकार रहते हुए इस योजना में 850 करोड़ से भी अधिक की राशि वितरित की गई है. मप्र युवा कांग्रेस अध्यक्ष और विधायक कुणाल चौधरी का कहना है कि, मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार दिसंबर 2018 में बनी थी.
दिसंबर 2018 में सरकार बनने के बाद किसान कर्ज माफी के साथ मुख्यमंत्री कमलनाथ ने संबल योजना को और प्रभावी बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिए. साथ ही योजना का नाम परिवर्तित कर नया सवेरा योजना शुरू करने का एलान किया था. आज प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कहते हैं कि, उन्होंने संबल योजना को पुनः प्रारंभ कर दिया, जो पूरी तरह असत्य है. जब योजना कभी बंद ही नहीं हुई, उसे पुनः प्रारंभ कैसे किया जा सकता है ?
कमलनाथ सरकार ने ज्यादा राशि की थी वितरित
कुणाल चौधरी ने कहा कि क्या मुख्यमंत्री यह बताने का कष्ट करेंगे कि, जो योजना 1 अप्रैल 2018 को शुरू हुई थी, उनके मुख्यमंत्री रहने तक उस योजना में कितनी राशि वितरित की गई ? साथ ही कमलनाथ के मुख्यमंत्री रहते कितनी राशि वितरित की गई ? शायद मुख्यमंत्री को यह बात अधिकारियों ने नहीं बताई या फिर मुख्यमंत्री ने स्वयं इस बात को नजरअंदाज कर दिया है कि, शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री रहते हुए इस योजना में मात्र 330 करोड़ की राशि वितरित की गई थी और कांग्रेस सरकार रहते हुए इस योजना में 850 करोड़ से भी अधिक की राशि वितरित की गई है.