भोपाल। मध्यप्रदेश की राजनीति के लिए साल 2019 कभी खुशी, कभी गम देने वाला साल रहा. प्रदेश के दो प्रमुख राजनीतिक दल ने जहां कहीं उपलब्धियां हासिल की. तो वहीं राजनीति में कुछ दुख के पल भी सामने आए. जब साल 2019 में मशहूर राजनीतिक हस्तियों के निधन की खबर आई. जिन खबरों ने अंचभित और गमगीन कर दिया. साल 2019 में कई दिग्गज हस्तियों ने दुनिया को अलविदा कह दिया, आइए जानते हैं उन हस्तियों के बारे में जो दुनिया से रुखसत हो गए.
सुषमा स्वराज का निधन
भाजपा की राष्ट्रीय नेता सुषमा स्वराज का मध्यप्रदेश से जुड़ाव तब हुआ. जब वो विदिशा संसदीय सीट से 2009 में सांसद चुनी गई और लोकसभा की नेता प्रतिपक्ष बनीं. 2014 में वो दोबारा विदिशा सीट से सांसद चुनी गईं और मोदी सरकार की विदेश मंत्री बनी. अपने दूसरे कार्यकाल में स्वास्थ्य कारणों के चलते वो कम सक्रिय रही और 2019 में उन्होंने लोकसभा चुनाव ही नहीं लड़ा. लंबी बीमारी के चलते 6 अगस्त 2019 में सुषमा स्वराज ने दुनिया को अलविदा कह दिया. अपनी मोहक मुस्कान और ओजपूर्ण भाषण कला के कारण वो काफी लोकप्रिय नेता रहीं.
पूर्व सीएम बाबूलाल गौर का निधन
मध्यप्रदेश की राजनीति में बुलडोजर मैन से मशहूर बाबूलाल गौर अपने हंसमुख स्वभाव और मजाकिया लहजे के लिए जाने जाते थे. भारतीय मजदूर संघ के संस्थापक सदस्यों में शुमार रहें बाबूलाल गौर ने लगातार 10 विधानसभा चुनाव जीतने का भी रिकार्ड बनाया. बाबूलाल गौर 23 अगस्त 2004 से 29 नवंबर 2005 तक मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. इसके अलावा उन्होंने मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद संभाला और भाजपा की सरकार में कई महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री रहे. लेकिन 21 अगस्त 2019 को भोपाल की एक निजी अस्पताल में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया.
पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी का निधन
मध्यप्रदेश की राजनीति के संत कहे जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी ने भी 2019 में दुनिया को अलविदा कह दिया. एमपी के पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री रहे कैलाश जोशी ने अपना राजनीतिक सफर 1955 में देवास की हाटपिपलिया नगर पालिका के अध्यक्ष के तौर पर शुरू किया. 1962 में उन्होंने पहली बार बागली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और लगातार सात बार इसी विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया. 1977 में जनता पार्टी की सरकार बनने पर कैलाश जोशी मुख्यमंत्री बने. 1980 से लेकर 1984 तक एमपी बीजेपी के अध्यक्ष भी रहे. 24 नवंबर 2019 को उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया.
बनवारी लाल शर्मा का निधन
साल 2019 के आखिरी महीने दिसंबर में एमपी कांग्रेस ही नहीं बल्कि कमलनाथ सरकार के लिए भी दुख की खबर आई. 21 दिसंबर को मुरैना के जोरा विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक बनवारी लाल शर्मा का निधन हो गया. बनवारी लाल शर्मा के निधन के कारण जौरा विधानसभा सीट खाली हो गई है. कांग्रेस के विधायकों की संख्या 115 से घटकर 114 पहुंच गई है. बनवारी लाल शर्मा 2018 में बसपा के उम्मीदवार को हराकर जोरा सीट से चुनाव जीता था। 2013 में बनवारी लाल शर्मा भाजपा के सूबेदार सिंह से पराजित हो गए थे.