भोपाल। बैतूल की एक अंतरराष्ट्रीय कराते खिलाड़ी सर्टिफिकेट नहीं मिलने से इतनी दुखी हो गई कि कड़ी मेहनत के बाद अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में जीता हुआ गोल्ड मेडल वापस करने वो मुख्यमंत्री कमलनाथ के पास पहुंच गई. खिलाड़ी प्रियंका चौपड़े ने बताया कि आगरा में आयोजित अंतरराष्ट्रीय कराते प्रतियोगिता में उसने गोल्ड मेडल जीता था, लेकिन उसे अब तक प्रमाण पत्र नहीं मिला है. सर्टिफिकेट नहीं मिलने से ना तो किसी तरह की सरकारी मदद मिली और न दूसरी सुविधाएं.
ब्राजील और चीन के प्रतिभागियों को हराया
बैतूल के हमलापुर इलाके में रहने वाले मजदूर ओमकार चोपड़े के बेटी प्रियंका चोपड़े ने दो साल पहले आगरा में आयोजित हुई अंतरराष्ट्रीय कराटे प्रतियोगिता में ब्राजील और चीन के प्रतिभागियों को हराकर गोल्ड मेडल हासिल किया था. खेल और युवा कल्याण विभाग की तरफ से इस प्रतियोगिता में शामिल हुई प्रियंका उस वक्त कक्षा 9 की छात्रा थीं. अंतर्राष्ट्रीय खेल महासंघ के बैनर तले आयोजित प्रतियोगिता में उसने गोल्ड मेडल तो हासिल कर लिया, लेकिन, महासंघ ने उसे इस मेडल का सर्टिफिकेट नहीं भेजा.