भोपाल। कमलनाथ सरकार ने इंदिरा गृह ज्योति योजना के अंतर्गत प्रदेश के हर वर्ग को 100 यूनिट 100 रूपए बिजली की सौगात दी थी, लेकिन शिवराज सरकार के अस्तित्व में आते ही इस योजना को बंद कर दिया गया है. उसके बाद भीषण गर्मी में घरों में रहे लोगों को भारी भरकम बिल चुकाना पड़ रहा है. ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बयान जारी किया है कि ऐसे वक्त में जब सरकार को लोगों को राहत देने के लिए बिजली बिल माफ करना था, तब सरकार भारी-भरकम बिल देकर लूट रही है. उन्होंने योजना को दोबार शुरू करने की मांग की है, ऐसा नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि हमारी सरकार ने इंदिरा गृह ज्योति योजना प्रारंभ कर योजना के जरिए प्रदेश के एक करोड़ से अधिक उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली उपलब्ध कराकर एक बड़ी राहत प्रदान करने का जनहितैषी निर्णय लिया था. हमारी इस योजना से जिन लोगों के पूर्व में बिजली के बिल हजारों में आते थे, वो सैकड़ों में आ गये थे. इस जनहितैषी योजना की तारीफ देश के अन्य राज्यों ने भी की थी. 100 रुपये में 100 यूनिट बिजली और 150 यूनिट तक के उपभोक्ताओं को भी इस योजना का लाभ दिया गया था.
'लूट-खसोट का खेल शुरू'
कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश का हर वर्ग इस योजना का लाभ ले रहा था, हमारी सरकार जाते ही उपभोक्ताओं पर वापस भारी भरकम बिजली बिलों का बोझ डाल दिया गया. प्रदेश भर से जनता से भारी भरकम बिजली बिल वापस मिलने की प्रतिदिन शिकायतें मिल रही हैं, जिन लोगों के बिल सैकड़ों में आते थे, वे अब वापस हजारों में आ रहे हैं. लूट-खसोट का खेल वापस चालू हो गया है.