भोपाल। पेगासस जासूसी विवाद पर मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने मोदी सरकार से कई सवाल दागे. प्रेस कॉन्फ्रेंस की मुख्य बातों को प्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट भी किया है. उन्होंने कमलनाथ के हवाले से लिखा- सॉफ्टवेयर राष्ट्रीय सुरक्षा के लिये खरीदा गया या मोदी की सुरक्षा के लिये, जबकि अगले ट्वीट में लिखा- क्या किसी देश में ऐसा हुआ है, जहां सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की जासूसी की जाए, फिर उन्हें राज्यसभा की सदस्यता दी जाए.
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कमलनाथ ने महंगाई पर सरकार को घेरा, साथ ही कहा कि मैं शिवराज सिंह नहीं कि झूठ बोलूं और किसानों को दूध का लाभ नहीं मिलने का लगाया आरोप, इंडेक्स ऑफ इकोनामिक एक्टिविटी घट रहा है, बीज और खाद की कीमतें बढ़ रही हैं, किसान को नुकसान हो रहा है. सरकार झूठ दबाने छिपाने की सरकार साबित हुई है, किसी की मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण नहीं हुई, सरकार के इस बयान को झूठा बताया. श्मशान घाटों पर 80 परसेंट अंतिम संस्कार कोविड के कारण हुई, विधायक खरीदने का काम चल रहा है झारखंड में राजस्थान के विधायकों पर भाजपा की नजर. अगले 15 दिन में और उजागर होगा जासूसी का यह कांड. पेगासस केवल सरकारों को बेचता है सॉफ्टवेयर. सरकार बताए क्या लाइसेंस राष्ट्र की सुरक्षा के लिए खरीदे या मोदी की सुरक्षा के लिए.
सरकार का झगड़ा व्हाट्सएप से भी हुआ, क्या टेलीफोन कंपनी बयान दे सकती है कि कितनों के फोन सर्विलांस पर रखे गये हैं. कमलनाथ की मांग, केंद्र सरकार एफिडेविट देकर स्पष्ट करे अपना पक्ष. यह प्राइवेसी पर भारत सरकार पर बड़ा हमला है. फ्रांस ने जांच शुरू कर दी, अपना देश इसके लिए तैयार क्यों नहीं है. शिवराज जी को मोदी जी के बचाव में उतरना पड़ता है और सरकार गोल मोल जवाब दे रही है. देश की मीडिया को दबा सकते हैं, विश्व के मीडिया को नहीं दबा सकते. मंत्रिमंडल विस्तार पर कमलनाथ ने ली चुटकी कहा किसी को पता नहीं क्यों लिये गए और क्यों निकाले गए. सरकार गिराने में पेगासस का उपयोग कर रहे थे. कमलनाथ ने आरोप लगाया कि जासूसी का मुद्दा एक पार्टी का नहीं है, शिवराज जी अपनी बात करें, कांग्रेस की चिंता न करें. साथ ही कमलनाथ ने स्पष्ट किया कि वे मध्यप्रदेश छोड़ने वाले नहीं हैं.