भोपाल। मध्य प्रदेश में जहरीली और नकली शराब से हुई मौत के मामले में पूर्व सीएम कमलनाथ ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. कमलनाथ ने सरकार पर शराब माफियाओं के सामने असहाय होने का आरोप लगाया. कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से सवाल किया है कि बेगुनाह लोगों की मौत के लिए आखिर जिम्मेदार कौन है और इसके लिए सरकार क्या कर रही है. कमलनाथ ने जहरीली शराब से हुई मौत के मामले में दोषियों पर हत्या का केस दर्ज करने की मांग की है.
पूरे प्रदेश में नकली शराब का जाल
कमलनाथ ने बयान जारी कर रहा कि मध्यप्रदेश में जहरीली और नकली शराब के कारोबार का जाल फैलता जा रहा है. मंदसौर के बाद इंदौर में भी 5 लोगों की मौत, खंडवा और खरगोन की मौतों के पीछे भी जहरीली, नकली और मिलावटी शराब होने की पुष्टि हो चुकी है. कमलनाथ ने कहा कि ना मुख्यमंत्री के सपनों का शहर सुरक्षित है, ना प्रदेश के आबकारी मंत्री का क्षेत्र सुरक्षित है ? उज्जैन की घटना के बाद जिस प्रकार जांच दल के नाम पर सरकार ने लीपापोती की थी, वैसी ही लीपापोती मंदसौर शराब कांड के बाद भी जांच दल के नाम पर सरकार कर रही है.
जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करे सरकार
कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से सवाल पूछा है कि उज्जैन के जांच दल की रिपोर्ट कहां दबा रखी है, उसे सार्वजनिक किया जाए. कमलनाथ ने पूछा कि सरकार बताए उज्जैन की घटना के बाद सरकार ने कितने बिंदुओं पर सरकार ने अमल किया. कमलनाथ ने सरकार पर लीपापोती के लिए जांच दल बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि, सीएम के सपनों के शहर में खुलेमाम शराब के लिए गोली चल रही है, घर-घर जहरीली शराब बेची जा रही है.