भोपाल। 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे ही राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है. चुनाव में विधायकों की खरीद फरोख्त का मुद्दा एक बार फिर सियासी गलियारों में गरमाने लगा है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी पर एक बार फिर विधायकों की खरीद फरोख्त का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी को पता है कि चुनाव में क्या परिणाम आएंगे इसलिए वो पहले ही बाजार में निकल गए हैं कि जो मिले उसे खरीद लो. बीजेपी के पास बिकाऊ की राजनीति ही एक मात्र उपाय रह गई है.
'प्रजातंत्र का उत्सव बन गया खरीदी उत्सव'
कमलनाथ ने दावा करते हुए कहा कि हमारे कई विधायकों के फोन आ रहे हैं, वे बता रहे हैं कि भाजपा उन्हें पैसे का ऑफर दे रही है. एडवांस देने की बात कर रही है. आज का मतदाता बहुत समझदार है. चुनाव तो प्रजातंत्र का उत्सव होता है, लेकिन यह तो सौदेबाजी का उत्सव हो गया है. कमलनाथ ने कहा कि चुनाव प्रजातंत्र का उत्सव होता है, लेकिन उन्हें इस बात का बेहद दुख है कि यह चुनाव खरीद उत्सव और बिकाऊ उत्सव बन गया है.
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'कमलनाथ की अधिकारियों को नसीहत'
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि एमपी को पूरे प्रदेश में कलंकित किया जा रहा है. हमारा चुनाव भाजपा के साथ ही नहीं, बल्कि ऐसे अधिकारियों से भी है, जो भाजपा की मदद कर रहे हैं. 10 तारीख के बाद 11 भी आएगी, यह सभी अधिकारी ध्यान रखे. हमें उदाहरण देना है कि प्रदेश में कांग्रेस ऐसी राजनीति नहीं करती. बीजेपी 10 नवंबर तक इंतजार क्यों नहीं कर रही है, उसे क्या डर है. जनता जो फैसला करेगी वो सबको मंजूर होगा.
मैं मप्र को कभी कलंकित नहीं करूंगा: कमलनाथ
कमलनाथ ने कहा, 'मैं सौदेबाजी की राजनीति में विश्वास नहीं करता. मैं चाहता तो मैं भी ऐसी राजनीति कर सकता था, लेकिन मैं मध्य प्रदेश को कभी कलंकित नहीं होने दूंगा. मैं कभी भी सौदेबाजी की राजनीति नहीं करूंगा. कांग्रेस मध्यप्रदेश में सौदेबाजी की राजनीति नहीं कर एक उदाहरण प्रस्तुत करेगी.
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