दिल्ली/भोपाल। मध्यप्रदेश में आए सियासी भूचाल को लेकर पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं को दबाने की कोशिश की जा रही है. वहीं बीजेपी के विधायक कह रहे हैं कि उन्हें उनकी जान को खतरा है, इससे बड़ी चिंता और निंदा की और कौन सी बात हो सकती है.
कांग्रेस विधायक के इस्तीफे पर ईटीवी भारत से खास बातचीत में बोले नरोत्तम मिश्रा पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मुख्यमंत्री कमलनाथ पर आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम कमलनाथ दबाव डालकर तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. कमलनाथ पहले ही बीजेपी के दो विधायकों की क्रॉस वोटिंग कराकर अपने साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिठा चुके हैं. उन्होंने कहा कि इसे कौन सी ट्रेडिंग कहते हैं.
डेढ़ साल पहले कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाया था कि श्योपुर के विधायक बाबू सिंह जंडेल को ढाबे पर 100 करोड़ रुपए का ऑफर दिया था, लेकिन कांग्रेस आज तक यह नहीं बता सकी है कि उस ढाबे का नाम क्या था.
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस के सारे विधायक कह रहे हैं कि ना तो उन्हें बंधक बनाया और ना तो पैसे का ऑफर दिया, ना वो बिकने वाले हैं और ना ही उन्हें बंधक बनाया जा सकता है. कांग्रेस को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए, लेकिन नहीं मांगी.
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने घर को संभाल नहीं पा रहे हैं, बल्कि भाजपा के नाम पर ध्यान डायवर्ट करने की कोशिश कर रहे हैं. पूर्व मंत्री ने कहा कि अगर भाजपा के कार्यकर्ताओं को कुचलने की कोशिश की जाएगी, तो बीजेपी कुचलने वाली मानसिकता को कुचल देगी.
पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि यह सरकार अंतर्कलह और अंतर्विरोध की सरकार है और इसी के कारण गिरेगी. बीजेपी नेता ने कहा कि यह सरकार अल्पमत की सरकार है, लंगड़ी-लूली है.