भोपाल। भारत और चीन के बीच लद्दाख में चल रहे सीमा विवाद को लेकर मध्यप्रेदश से लेकर केंद्र तक सियासत गरमाई हुई है. भारतीय सैनिकों पर हुए हमले के बाद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और उन्हें सरेंडर (आत्मसमर्पण) मोदी बताया. इसके बाद सीएम शिवराज ने राहुल गांधी पर भारतीय सेना का मनोबल तोड़ने का प्रयास करने का आरोप लगाया है. इस पूरे मामले के बाद मध्यप्रेदश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने बीजेपी और शिवराज सिंह पर पलटवार किया है. कमलनाथ ने पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज को मोदी जी के बयान पर शर्म आनी चाहिए कि जब उन्होंने चीनी घुसपैठ होने से इनकार कर दिया था.
कमलनाथ ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व के इशारे पर सरकार गिराने वाले और उनकी कृपा पर मुख्यमंत्री बने शिवराज सिंह चौहान चीनी सैनिकों की घुसपैठ और हमारे 20 वीर सपूतों की शहादत पर तो कम से कम सच बोलने का साहस दिखाएं. अपने केंद्रीय नेतृत्व की असफलता को स्वीकार करने की हिम्मत तो दिखाएं.
कमलनाथ ने कहा कि 15-16 जून को सरहद पर लद्दाख में गलवान घाटी में चीनी सैनिकों से संघर्ष में हमारे 20 वीर सैनिकों की शहादत हुई. घुसपैठ की पुष्टि के बाद भी हमारे प्रधानमंत्री सर्वदलीय बैठक में कह रहे हैं कि हमारी सरजमीं में कोई चीनी घुसपैठ नहीं हुई, जबकि रक्षा मंत्री से लेकर विदेश मंत्री का बयान कुछ और है. कमलनाथ ने कहा कि यदि राहुल गांधी जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभाते हुए देश के प्रधानमंत्री से इस मामले में देश को सच्चाई बताने का आग्रह कर रहे तो यह उनका कर्तव्य है.
कमलनाथ ने कहा कि पूरा देश जानता है कि कांग्रेस पिछले कुछ माह से लगातार हमारी सीमा पर चीनी घुसपैठ को लेकर केंद्र सरकार को आगाह कर रही थी, लेकिन केंद्र सरकार लापरवाह बनी रही और निरंतर गुमराह करने व भ्रमित करने वाले बयान आते रहे.
कमलनाथ ने कहा कि हमारे देश के वीर सैनिकों की शहादत पर चुप बैठना क्या देशभक्ति है ? राष्ट्रहित के मुद्दों पर बात करना क्या देशद्रोह है ? क्या हमारे वीर सैनिकों का बलिदान यूं ही व्यर्थ जाने दें ? देश की सुरक्षा पर गंभीर खतरा हो तो क्या कांग्रेस चुप बैठे ? आज कांग्रेस सहित देश का हर नागरिक भारतीय सेना के साथ खड़ा है, लेकिन केन्द्र सरकार को देश को सच्चाई तो बताना होगी. शिवराज सिंह कह रहे हैं कि राहुल गांधी को चीन से जवाब मांगना चाहिए, मोदी से मांग रहे हैं तो शिवराज सिंह को यह पता होना चाहिए कि देश की जवाबदारी किसकी है ? शर्म तो शिवराज सिंह को मोदी जी के उस बयान पर आनी चाहिए, जिसमें उन्होंने कहा कि हमारी सरजमी पर कोई घुसपैठ नहीं हुई है.