भोपाल| प्रदेश में होने वाले राज्यसभा चुनाव और विधानसभा उप चुनाव से पहले ही प्रदेश की राजनीति गरमाने लगी है. आरोप-प्रत्यारोप का दौर एक बार फिर से शुरू हो गया है. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक बार फिर से सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर प्रदेश की समस्याओं का जिक्र किया है. साथ ही उन्होंने आंदोलन की चेतावनी भी दी है. कमलनाथ ने कर्मचारियों को महंगाई भत्ता देने और किसानों की समस्याओं के साथ-साथ प्रदेश में लगाए जा रहे पेट्रोल-डीजल पर अत्यधिक टैक्स को कम करने की मांग की है.
कमलनाथ ने कई शिकायतों को लेकर मुख्यमंत्री को लिखा पत्र बढ़ते पैट्रोल-डीजल के दाम से आमजन परेशान
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने पत्र में सीएम को लिखा है कि वर्तमान में कोरोना महामारी के कारण देश आर्थिक एवं सामाजिक संकट से गुजर रहा है. वहीं सरकार की नीतियों के कारण बेरोजगारी और महंगाई चरम सीमा पर आ गई है. ऐसी स्थिति में आमजन काफी परेशान है, वहीं इसी बीच प्रदेश की सरकार ने पेट्रोल और डीजल की दर पर 5 रुपए प्रति लीटर से अधिक की वृद्धि की है जो गरीबी में आटा गीला होने जैसी बात है.
कर्मचारियों को 5 प्रतिशत मिलने वाला महंगाई भत्ता रोका गया
कमलनाथ ने पत्र में कहा कि उनकी सरकार ने प्रदेश के कर्मचारियों को पांच प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया था, जिसे शिवराज सरकार ने रोक दिया है. वहीं केंद्र सरकार ने भी यही काम करते हुए और एक कदम आगे बढ़ाते हुए जुलाई 2021 तक के लिए कर्मचारियों के सभी प्रकार के लाभों पर रोक लगा दी है, जिसके कारण सभी कर्मचारी परेशान हैं.
किसान की परेशानी बढ़ी
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पत्र में लिखा है कि प्रदेश में किसानों का खेती करना भी मंहगा हो गया है. कृषि के काम के लिए किराए में मिलने वाले ट्रैक्टरों का किराया दो गुना हो गया है, इसके साथ ही बीज और खाद की कीमतें भी बढ़ गई हैं, किसानों को फसल बिकने पर बाजार में सही दाम भी नहीं मिल पा रहा है, कोरोना के इस दौर में किसान संकट में हैं.
कोरोना महामारी के कारण आमजन के पास आय का कोई साधन नहीं है. वहीं सरकार ने पैट्रोल डीजल के दाम बढ़ाकर जनता के प्रति असंवेदनशील व्यवहार व्यक्त किया है. कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से निवेदन किया की पैट्रोल डीजल के बढ़े हुए दाम के कारण आमजन परेशान है, जिसे तुरंत वापस लिया जाए. वरना कांग्रेस को मजबूरन सड़क पर उतरकर आंदोलन करना पड़ेगा.