भोपाल। जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 में बदलाव के बाद मध्यप्रदेश की सियासत गरमाई हुई है. पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और शिवराज सिंह इस मुद्दे पर आने-सामने हैं. इस मामले में अब बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी कूद पड़े हैं. विजयवर्गीय ने दिग्विजय सिंह को हारा हुआ नेता, जबकि शिवराज को विजेता बताया है.
दिग्विजय सिंह पर तंज कसते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि दिग्गी जानते हैं इस देश के अंदर उनकी और शिवराज सिंह की स्थिति क्या है. इसलिए इस तरह के बयान दे रहे हैं. कैलाश विजयवर्गीय के इस बयान के पहले दिग्विजय सिंह ने शिवराज सिंह को लेकर कहा था कि ' शिवराज नेहरू के पैरों की धूल भी नहीं हैं, उन्हें शर्म आनी चाहिए'.
आर्टिकल 370 पर गरमाई MP की सियासत यहां से शुरू हुआ था विवाद
दिग्विजय का ये बयान तब आया था जब जम्मू कश्मीर का हवाला देते हुए शिवराज सिंह चौहान ने जवाहरलाल नेहरू को अपराधी बताया था. ओडिशा में उन्होंने एक कार्यक्रम को संबोधित करते शिवराज ने कहा था कि 'जवाहरलाल नेहरू का दूसरा अपराध 370 है.' उन्होंने कहा था कि 'एक देश में दो निशान, दो विधान, दो प्रधान, यह एक देश के साथ अन्याय नहीं बल्कि उसके खिलाफ अपराध है.'
शिवराज ने की थी मोदी-शाह की तारीफ
शिवराज के इस बयान के बाद बवाल मचा और कांग्रेस उन पर हमलावर हुई. इसी बीच अनुच्छेद 370 में बदलाव और जम्मू कश्मीर पुनर्गठन बिल पास होने के बाद पूर्व सीएम शिवराज का एक बयान और सामने आया है. जिसमें उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की पूजा करते हैं. इस बयान पर भी कांग्रेस हमलावर हो गयी है. कमलनाथ सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने उन पर तंज कसा है.
जीतू पटवारी ने शिवराज पर बोला हमला
मंत्री जीतू पटवारी ने शिवराज सिंह को लेकर अपने ट्वीट में लिखा कि 'शिवराज जी आप भाजपा में अपनी साख खत्म होने के डर से उसे बचाने के लिए मोदी-शाह की पूजा तो क्या उनके पैर धोके पानी पियो तो भी हमें कतई आपत्ति नहीं, लेकिन देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू जी पर बार-बार टिप्पणी आपके मानसिक दिवालियापन को दर्शा रहा है.