भोपाल। राजधानी भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज की लाइब्रेरी को नए सिरे से नई बिल्डिंग में बनाया गया है. कोविड-19 के चलते पुरानी लाइब्रेरी को काफी समय पहले ही बंद कर दिया गया था. अब जब नई बिल्डिंग तैयार हो गई है और वहां करीब सारी व्यवस्थाएं भी कर दी गई हैं. उसके बावजूद भी इसे विद्यार्थियों के लिए 24 घंटे नहीं खोला जा रहा है. ऐसे में JDA(जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन) के डॉक्टर काफी समय से 24 घंटे लाइब्रेरी खोलने की मांग कर रहे हैं.
जूनियर डॉक्टर्स की मांग 24 घंटे खुले लाइब्रेरी
गांधी मेडिकल कॉलेज के यूजी और पीजी के जूनियर डॉक्टर का कहना है कि लाइब्रेरी के रीडिंग रूम को हमारे लिए 24 घंटे खुला रखना चाहिए, क्योंकि हमारा कोई तय समय नहीं होता है.
ड्यूटी की अलग-अलग रहती है टाइमिंग
JDA की मीडिया प्रवक्ता डॉ नैन श्री भुंजिया ने बताया कि डॉक्टर्स की ड्यूटी का कोई तय समय नहीं होता है. कभी दिन में ड्यूटी करना पड़ता है, तो कभी रात में भी ड्यूटी लगती है. इसलिए डॉक्टर्स अपने समय के मुताबिक पढ़ाई करते हैं. अभी लाइब्रेरी का समय सुबह 8 बजे से शाम को 5 बजे तक है. यह बहुत ही कम समय है. इसी समय डॉक्टर्स की ड्यूटी भी रहती है, जिसके कारण वह लाइब्रेरी में पढ़ने नहीं जा पाते हैं. इसलिए हम चाहते हैं कि लाइब्रेरी 24 घंटे खुली रहे ताकि जब जिसे समय मिले वह जाकर अपनी पढ़ाई कर सकें.
पढ़ें-शहडोल: सवालों के घेरे में मंत्री के निर्देश, क्लीन चिट के बाद कार्रवाई क्यों
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने दिए थे निर्देश
GMC(Gandhi Medical College) प्रशासन का इस बारे में तर्क है कि इसी बिल्डिंग में वैक्सीन की ट्रायल साइट है, इसलिए लाइब्रेरी को 24 घंटे नहीं खोला जा सकता है. हालांकि चिकित्सा शिक्षा मंत्री के संज्ञान में यह बात आने पर उन्होंने लाइब्रेरी को खोलने के निर्देश दिए थे. पिछले सप्ताह जब चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग गांधी मेडिकल कॉलेज निरीक्षण करने पहुंचे थे, तब भी जूनियर डॉक्टर्स ने इस बात को उन तक पहुंचाया था. जिसके बाद मंत्री ने डीन डॉ अरुणा कुमार को यह निर्देश दिए थे कि लाइब्रेरी को दो से तीन दिनों के अंदर 24 घंटों के लिए खोला जाए. लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी इस आदेश पर कोई अमल नहीं किया गया है.