भोपाल।अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस प्रतिवर्ष 8 मार्च को उन महिलाओं के सम्मान में मनाया जाता है, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय काम किये हो. आज महिला दिवस पर ऐसी महिलाओं की सराहनीय कहानी हम आपको बताएंगे, जिन्होंने आत्मनिर्भर भारत के तहत खुद का स्टार्टअप शुरू किया. जमशेदपुर की खुशबू और दिलजीत ने 2020 में यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता की डिग्री ली और नौकरी नहीं मिलने पर खुद का स्टार्टअप शुरू किया. खुशबू और दिलजीत का कहना है कि यह किसी भी नौकरी से बेहतर है. हम किसी पर निर्भर नहीं हैं.
- खुशबू और दिलजीत की दिलखुश दुकान की कहानी
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविधालय से मास्टर्स डिग्री लेने के बाद जब कॉलेज में कैम्पस प्लेसमेंट नहीं आये, तो खुशबू और दिलजीत ने खुद का स्टार्टअप शुरू करने की प्लानिंग की और गौतमनगर इलाके में फूड स्टॉल लगा लिया. दिलजीत बताती है कि उन्होंने 2020 में माखनलाल से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से मास्टर्स किया, कभी सोचा नहीं था कि पढ़ाई के बाद ठेले पर स्टॉल लगाएंगे, लेकिन कोरोना काल मे जब कॉलेज में प्लेसमेंट नहीं मिला और मार्केट में नौकरी नहीं मिली, तो बिना समय व्यर्थ किये अपना काम शुरू कर दिया. गौतमनगर इलाके में एक छोटी सी दुकान खोली जिसमें, मैगी, पराठा, फ्रेंच फ्राइज, पास्ता, चाय कॉफी की स्टॉल लगा ली. आज इस स्टाल को दो माह हो चुके हैं और पब्लिक का अच्छा रिस्पॉन्स भी मिल रहा. उनका कहना है कि यह किसी भी जॉब से बेहतर है.