भोपाल| राजभवन में 15 सितम्बर को सभी प्राइवेट और सरकारी यूनिवर्सिटी के कुलपतियों की संयुक्त कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा, जिसमें विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष भी शामिल होंगे. राज्यपाल लालजी टंडन ने प्रदेश में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिये सभी प्राइवेट और सरकारी यूनिवर्सिटी के जरिए नैक ग्रेडिंग लिए कार्ययोजना बनाने पर ध्यान दिया है.
15 सितंबर को कुलपतियों की संयुक्त कार्यशाला, नैक ग्रेडिंग के लिए बनेगा एक्शन प्लान
भोपाल में 15 सितम्बर को सरकारी और प्राइवेट यूनिवर्सिटी के कुलपतियों की संयुक्त कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा. यहां नैक ग्रेडिंग के लिए यूनिवर्सिटी को खुद के साधनों से 50 प्रतिशत तक रेवेन्यू मिल सकेगा.
संयुक्त कार्यशाला में नैक ग्रेडिंग प्रक्रिया की संकल्पना पर विचार-विमर्श किया जाएगा. विश्वविद्यालयों की नैक ग्रेडिंग की स्थिति की समीक्षा की जाएगी. देश के दूसरे विश्वविद्यालयों के साथ तुलनात्मक स्थिति पर विचार किया जाएगा. विश्वविद्यालयों को वर्तमान स्थिति से अगले चरण में ले जाने के लिये कार्ययोजना बनाई जाएगी. नैक ग्रेडिंग में गुणवत्ता गहरा प्रभाव रखती है, इसलिए विश्वविद्यालय भवन की साफ-सफाई, लैब और लाइब्रेरी का उपयोग, पानी और ऊर्जा का संरक्षण और खुद के कार्यों पर विशेष ध्यान देने के बारे में सोचा जाएगा. बरकतउल्ला विश्वविद्यालय संयुक्त कार्यशाला का समन्वय करेगा.
बता दें कि राज्यपाल ने यूनिवर्सिटी के कुलपतियों से पहली चर्चा में ही कहा था कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नैक और रूसा की ग्रेडिंग, नई परियोजनाओं और केन्द्र सरकार की संचालित विभिन्न योजनाओं के माध्यम से विश्वविद्यालय को भरपूर संसाधन मिल सकते हैं.