भोपाल। संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ मध्यप्रदेश 22 अगस्त को ग्वालियर के जय विलास पैलेस में भाजपा नेता और राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया का घेराव करेगा. साथ ही उन्हें निवेदन पत्र सौंपेगा और उनके द्वारा अतिथी शिक्षकों से किया गया वादा उन्हें याद दिलाएगा. अगर वादा पूरा नहीं हुआ तो अतिथि शिक्षक संगठन सड़कों पर उतरेगा.
दरअसल, कांग्रेस में रहते दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अतिथि शिक्षकों से वादा किया था कि, 'आपकी मांगे जरूर पूरी होंगी, अगर आप की मांग पूरी नहीं हुई तो मैं भी आपके साथ सड़क पर उतर जाऊंगा' और कहीं ना कहीं सिंधिया का यह बयान ही उनके कांग्रेस छोड़ने की वजह बना चूंकि सिंधिया के इस बयान के जवाब में कमलनाथ ने कहा कि अगर वह उतरना चाहते हैं तो उतर जाएं.
बैरसिया के निवासी और संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजू मीणा ने बताया कि दशकों से शिक्षा विभाग की रीढ़ की हड्डी बने अतिथि शिक्षक आज भुखमरी और बेरोजगारी की मार झेलते हुए आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं. जहां एक तरफ प्रदेश और देश में कोरोना महामारी पैर पसार रही है. वहीं दूसरी ओर अतिथि शिक्षक और उनका परिवार आर्थिक तंगी के चलते दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर है.
हाल ही में 60 अतिथि शिक्षकों ने आत्महत्या कर चुके हैं. अतिथि शिक्षकों का मानदेय भी इतना अधिक नहीं होता की पैसा बच सके. आज चार माह से लॉकडाउन की स्थिति पर अतिथि शिक्षक कोई दूसरा व्यवसाय भी नहीं कर सकते. आज जुलाई माह बीत जाने के बाद भी सरकार ने अतिथि शिक्षक नियुक्ति आदेश जारी नहीं किया है.
उन्होंने कहा हम सरकार से अपील करते हैं जल्द से जल्द शिक्षकों की भर्ती आदेश जारी करें एवं लॉकडाउन अवधि मई, जून, जुलाई के मानदेय देते हुए गरीब शिक्षकों को आर्थिक सहयोग करें. हमारे भविष्य के बारे में जल्द से जल्द नीति निर्धारित करते हुए उप-चुनाव से पहले हमारा भविष्य स्थाई करें. अतिथि शिक्षकों के मुद्दे को लेकर कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थामने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया को उनका वादा याद दिलाने के लिए गुहार लगाई जाएगी.