भोपाल।मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार को सत्ता में आए पूरे एक साल हो गए हैं. विधानसभा चुनाव 2018 के दौरान कांग्रेस ने वचन पत्र के नाम से अपना मेनिफेस्टो जारी किया था. इसमें किए गए वादों को जल्द से जल्द पूरा करने का वादा जनता से किया गया था. खेल एवं युवा कल्याण मंत्री जीतू पटवारी ने खास बातचीत करते हुए अपने विभाग की उपलब्धियों के बारे में बताया.
खेल मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि खेल के क्षेत्र में वचनपत्र में किए गए करीब 80 फीसदी वादों को सरकार ने पूरा कर दिया है. उन्होंने कहा कि अब भी काफी कुछ करना बाकी है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों के लिए जो प्रयास किए जा रहे हैं, ऐसे प्रयास देश में अन्य किसी दूसरे राज्यों में नहीं किए जा रहे हैं. जीतू पटवारी ने कहा कि उनका मानना है कि स्पोर्ट्स में संतुष्टि उस दिन आएगी, जब प्रदेश के सैकड़ों खिलाड़ी देश के लिए मेडल जीतकर लाएंगे.
जीतू पटवारी ने खेल विभाग की उपलब्धियों का किया जिक्र खेल मंत्री जीतू पटवारी ने अपनी खास उपलब्धियों का जिक्र करते हुए गुरुनानक प्रान्तीय ओलंपिक, खिलाड़ियों का बीमा, कोच डेवेलपमेंट प्रोग्राम, स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी, आधारभूत सुविधाएं और अधोसंरचना, खेल नीति, विधायक खेल प्रोत्साहन योजना के बारे में बताया.
खेल मंत्री जीतू पटवारी ने अपनी इन खास उपलब्धियों का किया जिक्र
गुरूनानक प्रान्तीय ओलंपिक
खेल मंत्री जीतू पटवारी ने बताया कि मध्य प्रदेश के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों को अपनी खेल प्रतिभा दिखाने का सही अवसर अब तक नहीं मिल पाता था, इसलिए गुरूनानक प्रांतीय ओलंपिक की शुरुआत की गई.
खिलाड़ियों का बीमा
खिलाड़ियों की आर्थिक सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए उनका बीमा कराने की योजना बनाई है. साथ ही मध्य प्रदेश में खिलाड़ियों का बीमा कराने वाला पहला राज्य बन गया है. इस बीमा योजना के तहत खिलाड़ियों को 2 लाख रुपए तक के निःशुल्क उपचार की सुविधा मिलेगी.
कोच डेवेलपमेंट प्रोग्राम
खेल मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि बाहर से आए खिलाड़ियों के लिए कोच लाने से बेहतर है कि प्रदेश में छिपी हुई प्रतिभाओं को अवसर देना चाहिए. इसके साथ ही जो कोच खिलाड़ियों को प्रशिक्षित कर रहे हैं, उन्हें भी बेहतर प्रशिक्षण देना जरूरी है, ताकि खिलाड़ियों को अच्छा प्रशिक्षण मिल सके.
स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी
खेल मंत्री ने विभाग की आगामी योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में ऐसे कई खिलाड़ी हैं, जिनके पास राज्य और राष्ट्रीय स्तर के पदक हैं, लेकिन वे बेरोजगार हैं. ऐसे खिलाड़ियों के लिए राजधानी भोपाल में एक स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनाने की योजना है, जहां पर खेलों के लिए जरूरी प्रशिक्षण-शिक्षण दिया जाएगा.
आधारभूत सुविधाएं और अधोसंरचना
खेल मंत्री ने कहा बड़ी उपलब्धियों में से एक है खेल के लिए जरूरी आधारभूत सुविधाओं और अधोसंरचना को बढ़ावा देना. इंदौर में स्वीमिंग पूल एकेडमी, छिंदवाड़ा में फुटबॉल एकेडमी, भोपाल में क्रिकेट स्टेडियम और नरसिंहपुर में वॉलीबॉल एकेडमी की स्थापना की जाएगी. इसके साथ ही पायलट प्रोजेक्ट के तहत इंदौर में स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स बनाए जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है.
प्रदेश में नई खेल नीति की शुरुआत
खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियों का फायदा मिल सके, इसके लिए प्रदेश में जल्द ही एक नई खेल नीति लाई जाएगी. इसके तहत शासकीय नौकरियों में पांच प्रतिशत आरक्षण खेल कोटे से दिया जाएगा.
विधायक खेल प्रोत्साहन योजना
शहर के हर कोने में खेल को बढ़ावा मिले, इसके लिए विधायक खेल योजना के तहत खेलों की आधारभूत अधोसंरचना और खेल गतिविधियों के प्रभावी संचालन के लिए क्षेत्रीय विधायक को हर साल पांच लाख रुपए खर्च करने का प्रावधान किया गया है.
इसके साथ ही खिलाड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह तय किया गया है कि किसी भी प्रतियोगिता या टूर्नामेंट के लिए जब टीम या खिलाड़ी जाएगा, तो उनके साथ में एक विभागीय अधिकारी भी जाएगा. वहीं महिला खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिए महिला क्रीड़ा अधिकारी भी साथ जाएंगी.