भोपाल। प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने एक पत्रकार वार्ता के जरिए शिवराज सरकार पर चौतरफा हमले किए. प्रदेश में लगातार महिलाओं के साथ घट रही रेप और गैंगरेप की वारदातों को लेकर कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर सवाल खड़े किए हैं,तो वहीं किसानों के समर्थन में चल रहे प्रदेशव्यापी आंदोलन को व्यापक बनाने की बात कही है.वहीं पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने शिवराज सरकार को संकट में बताया है.
पीसी शर्मा का दावा-संकट में है शिवराज सरकार
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका लगी है. उसमें दल बदल के कानून के तहत मध्यप्रदेश में विधायक और आज के कुछ मंत्री पर लागू होता है. इन सभी को सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस दिए हैं. सभी दल बदल करने वाले विधायकों की सदस्यता जाएगी. प्रदेश में ऐसे हालात 70 साल में कभी नहीं बने जो आज हैं. आज तक जिला प्रभारी मंत्री नहीं बनाए गए हैं, मध्य प्रदेश के अंदर लाचार मुख्यमंत्री हैं, कुछ नहीं कर पा रहे हैं. लोगों की नौकरी चली गई,ठेकेदारों के भुगतान नहीं हो रहे हैं. विकास कार्य ठप पड़े हैं,इसकी जिम्मेदारी शिवराज सरकार की है. मेरा दावा है कि आने वाले समय में शिवराज सरकार जाने वाली है.
उमरिया रेप और जहरीली शराब पर हमलावर कांग्रेस
जीतू पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह रोज बेटी बचाने के बयान आते हैं, लेकिन एक बच्ची के साथ 9 लोगों द्वारा गैंगरेप किया जाता है. भोपाल में थाने से 100 मीटर की दूरी पर रेप हो जाता है, खंडवा में भी ऐसी घटना सामने आई है, सीधी में निर्भया की तरह कांड हुआ है. मुख्यमंत्री बेटियों के पांव पूजने के नाटक और नौटंकी दिखाते रहते हैं. सबसे ज्यादा बलात्कार मध्यप्रदेश में ही हो रहे हैं. जीतू पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री रोज एक ही बात करते हैं कि माफिया के खिलाफ सरकार गंभीर है. उज्जैन में अवैध शराब का कारोबार 20 लोगों की जान ले लेता है. इस घटना पर मुख्यमंत्री का बयान आता है कि हम कड़े कानून बनाएंगे. दिखावे के लिए कुछ लोगों को सस्पेंड कर देते हैं और जांच बैठा दी जाती है. फिर मुरैना में 24 लोगों की मौत अपने आप में बड़ा अपराध है. इन मौतों के लिए कौन जिम्मेदार है. गृह मंत्री का इस्तीफा होना चाहिए,विभागीय मंत्री का इस्तीफा होना चाहिए.
किसानों के समर्थन में तेज होगा आंदोलन
जीतू पटवारी ने कहा कि देशभर में काले कानूनों के खिलाफ कांग्रेस द्वारा आंदोलन को और तेज किया जाएगा. पूरे प्रदेश में हमने 500 से ज्यादा स्थानों पर किसानों के साथ मिलकर प्रदर्शन किया है. प्रधानमंत्री मोदी जनता के साथ विश्वासघात कर रहे हैं,किसानों के साथ विश्वासघात कर रहे हैं. काले कानून की जगह सरकार को किसानों की भावनाओं का संज्ञान लेना चाहिए. चार लोगों की कमेटी बनाना अपने-अपने साबित करता है कि भाजपा दोहरा रवैया अपना रही है. एक तरफ कानून बदलने राजी नहीं है, दूसरी तरफ कमेटी को माध्यम बना रही है. आने वाले समय में मध्य प्रदेश और देश की जनता पीएम मोदी को सबक सिखाएगी. इस आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस व्यापक आंदोलन चलाएगी. 20 तारीख को मुरैना में किसान पंचायत होगी, 23 तारीख को भोपाल में राजभवन का घेराव होगा. 24 तारीख को इंदौर में प्रदेश भर के किसान एकजुट होंगे.