भोपाल। राजभवन में सतर्कता और सजगता के बावजूद संक्रमण की दस्तक ने सभी को आश्चर्यचकित कर दिया है. राजभवन में हर आने जाने वाले व्यक्ति को थर्मल स्क्रीनिंग और अन्य जरूरी दिशा-निर्देशों का पालन करना पड़ रहा था, इसके बावजूद राजभवन में 9 लोग संक्रमित हो गए. राजभवन में संक्रमण कैसे पहुंचा है, आईटी विशेषज्ञों ने इसके मूल स्रोत की पहचान कर ली है. सबसे पहले संक्रमित हुआ कर्मचारी का बेटा ही बाकी 9 लोगों में संक्रमण की वजह बना है. राजभवन परिसर में मौजूद कैमरों की रिकॉर्डिंग और कर्मचारियों के मोबाइल लोकेशन की लंबी पड़ताल करने के बाद यह निष्कर्ष सामने आया है. इसके बाद संक्रमित कर्मचारियों के परिजनों को राजभवन से बाहर भेज दिया गया है.
राजभवन में कैसे हुई कोरोना की दस्तक, आईटी सेल ने लगाया पता - bhopal
राजभवन में कोरोना की दस्तक कैसे हुई, इस बात का आईटी विशेषज्ञों ने पता लगा लिया है. बताया जा रहा है कि बीते दिनों एक कर्मचारी का बेटा संक्रमित होकर राजभवन आया था, जिसके साथ ही राजभवन में भी कोरोना की दस्तक हो गई थी.
कोरोना वायरस ने मध्यप्रदेश में अपनी मजबूत पकड़ बना ली है, जो कमजोर होने का नाम नहीं ले रही है. यही वजह है कि कई जिले अभी भी लगातार रेड जोन में हैं. यहां संक्रमित मरीजों का निकलना बदस्तूर जारी है. राजभवन में भी बीते 5 दिन पहले 9 लोग संक्रमित मिले थे. वहीं दूसरी ओर राजधानी के कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां अभी भी लगातार संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. बताया जा रहा है कि राजभवन मैं पदस्थ कर्मचारी का बेटा ट्रैवल एजेंसी में काम के दौरान ही संक्रमित हुआ है. जब वह राजभवन पहुंचा, तो उसी के साथ ही राजभवन में कोरोना की दस्तक हो गई. विशेषज्ञों की टीम ने इसके लिए परिसर में लगे सभी कैमरों के विजुअल्स का विश्लेषण भी किया है. वहीं राजभवन से बाहर रहने के दौरान सभी के मोबाइल टावर लोकेशन की पड़ताल भी की गई है.
राजभवन सचिवालय ने डी- ब्लॉक के उन कर्मचारियों के परिजनों को परिसर से बाहर शिफ्ट कर दिया है, जिनके यहां कोरोना पाया गया है. कर्मचारियों के डी-ब्लॉक सहित अन्य सभी ब्लॉकों में आने-जाने के सख्त नियम लागू किए गए हैं. कर्मचारी और उनके परिजनों का रास्ता भी अलग कर दिया गया है.