भोपाल। नगरीय निकाय चुनाव के पहले कांग्रेस ने हर निकाय में रामलीला मंच बनाने का ऐलान किया है. बीजेपी इसे वोट बैंक की राजनीति बताकर राज्य सरकार पर हमलावर हो गई है. वहीं कांग्रेस ने बीजेपी के इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस धर्म की राजनीति नहीं करती. कांग्रेस के मुताबिक सरकार के इस फैसले का स्वागत होना चाहिए. इससे समाज को लाभ मिलेगा.
नगरीय निकाय चुनाव में फुर्र हुए विकास के मुद्दे, रामलीला मंच बनाने पर भिड़ी कांग्रेस-बीजेपी
नगरीय निकाय चुनाव के पहले कांग्रेस ने हर नगरीय निकाय में रामलीला मंच बनाने का ऐलान किया है. बीजेपी इसे वोट बैंक की राजनीति बताकर राज्य सरकार पर हमलावर हो गई है.
रामलीला मंच बनाने को लेकर बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि प्रदेश में जब कांग्रेस की सरकार आई थी तो सबसे पहले इन्होंने भजन मंडली का पैसा वापस लेने का काम किया था. अब कांग्रेस केवल वोट बैंक की राजनीति कर रही है. उन्होने कांग्रेस से सवाल करते हुए कहा कि वो क्या समझते हैं कि मध्य प्रदेश की जनता नादान और नासमझ है. मध्य प्रदेश की जनता सब जानती है, सब समझती है. उन्होंने कहा कि ये जुमलेबाजों की सरकार है.
इधर, कांग्रेस प्रवक्ता अजय सिंह ने बीजेपी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी और हमारे नेता कभी धर्म की राजनीति नहीं करते हैं. भाजपा धर्म के नाम पर लाभ उठाने की कोशिश करती आई है. कांग्रेस पार्टी के नेताओं की भी धार्मिक आस्थाएं हैं.