भोपाल।राजधानी में अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस (international men's day) के मौके पर भाई संस्था द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसमें पत्नियों से पीड़ित पुरुषों ने भाग लिया. दरअसल, भाई संस्था की स्थापना ही इसी उद्देश्य से की गई थी कि दहेज प्रताड़ना व अन्य मामलों में महिलाओं द्वारा शिकायत पर कई बार पुरुष भी प्रताड़ित होते हैं. उनको सही कानूनी सलाह व काउंसलिंग (man counseling) आदि की जाती है. आज सेमिनार में भोपाल सहित पूरे प्रदेश से लोग पहुंचे हैं
पुरुषों के लिए लीगल सेमिनार
पुरुष अधिकार संरक्षण (male rights protection) के लिए काम कर रही संस्था भाई वेलफेयर सोसाइटी (bhai welfare society) ने एक लीगल सेमिनार (legal seminar in mp) आयोजित की. सेमिनार में कानून मामलों के विशेषज्ञों ने पुरुषों के अधिकार के संरक्षण सुझाव व पुरुष आयोग के गठन करने की मांग रखी. महिला एक पक्षी कानूनों को समाप्त करने के लिए और सबके लिए समान कानून बनाने जाने की मांग का समर्थन किया.
सेमिनार में विशेष अतिथि एएनएस श्रीवास्तव, राजीव सक्सेना सेवानिवृत्त जिला न्यायाधीश ने महिलाओं द्वारा किए जा रहे दहेज प्रताड़ना कानून, घरेलू हिंसा कानून के बढ़ते दुरुपयोग के मामलों को चिंता का विषय बताया. इसके साथ ही पक्षपाती कानूनों में संशोधन करने का समर्थन किया.
आईआईटी टॉपर ने जॉब छोड़ शुरू की वकालत
सेमिनार में जबलपुर से आए एडवोकेट दीपांशु शुक्ला, आईआईटी टॉपर (iit toper) हैं, उन पर उनकी पत्नी ने आरोप लगाए थे. तब उन्होंने निचली अदालत से लेकर हाई कोर्ट तक स्वयं अपनी पैरवी की. 2015 में वे स्वयं अपना केस जीत गए. आज इंजीनियर की जॉब छोड़कर वकालत कर रहे हैं. दीपांशु आज उच्च न्यायालय (High Court) में एडवोकेट हैं और पीड़ितों की मदद कर रहे हैं.