भोपाल। कोरोना के संक्रमण और लगातार बढ़ते मौत के आंकड़ों के कारण लगे कोरोना कर्फ्यू ने त्योहारों के सीजन को प्रभावित किया है. इस बार नवरात्रि के व्रत और रमजान के रोजो पर महंगाई की मार पड़ी है. व्रत में किए जाने वाले फलाहार और इफ्तार की सामग्री के दाम पिछले साल की तुलना में 10 से 20 फीसदी तक बढ़ गए हैं. पिछले साल की तरह इस साल भी कोरोना कर्फ्यू के बीच ही हिंदुओं के पावन पर्व नवरात्रि और मुस्लिमों के पाक महीने रमजान की शुरुआत हुई है. हालांकि कोरोना कर्फ्यू की घोषणा से पहले लोगों ने जरूरी सामानों की खरीदारी कर ली थी.
फलाहार करना 15 फीसद तक महंगा
नवरात्रि व्रत के दौरान सबसे अधिक फलाहारी उत्पादों का उपयोग किया जाता है. लेकिन पिछले साल की तुलना में इस बार फलाहारी सामान 10 से 15 फीसद तक महंगा हो गया है. शहर के दस नंबर मार्केट में इस बार नारियल के भाव काफी बढ़े हुए हैं. जो नारियल पिछले साल 15 से 18 रुपए में मिल रहा था, वह इस बार 25 रुपए से अधिक में बिक रहा है. वहीं सुपाड़ी के रेट भी दोगुने हो गए हैं. एक किलो सुपाड़ी 600 रुपए किलो में मिल रही है.
फलाहारी सामानों के दाम
- मूंगफली दालना 130 से 140 रुपए प्रति किलो
- राजगीर आटा 180 से 200 रुपए प्रति किलो
- सिंघाड़ा आटा 180 से 200 रुपए प्रति किलो
- कुट्टू का आटा 220 से 240 रुपए प्रति किलो
- साबूदाना 70 से 80 रुपए प्रति किलो
- फलाहारी नमकीन 160 से 200 रुपए प्रति किलो
- सुपाड़ी 600 रुपए प्रति किलो
- नारियल 20 से 25 रुपए प्रति नग