भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार प्रदेश के युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के लिए उद्योगपतियों को बुला रही है. 18 से शुरु होने वाले मैग्नीफिसेंट कार्यक्रम में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने देश के तमाम बड़े उद्योगपतियों को आंमत्रित किया है. सरकार प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा निवेश लाने का प्रयास कर रही है तो वहीं मध्यप्रदेश के उद्योगपति और प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष गोविंद गोयल का कहना है कि मध्यप्रदेश में निचले स्तर पर उद्योगपतियों को कई व्यावहारिक दिक्कतें आती हैं, जिसके चलते उद्योगपति प्रदेश में निवेश को लेकर रुचि नहीं लेते.
निचले स्तर पर सरकारी प्रणाली के चलते आती हैं कठिनाइयां गोविंद गोयल ने कहा कि सरकार ऊपरी लेवल पर बहुत आसानी से काम करती है, लेकिन निचले स्तर पर कई व्यावहारिक दिक्कतें आती हैं, प्रशासन उद्योगपतियों की पूरी मदद नहीं कर पाता और प्रशासनिक और निचले स्तर पर व्यवस्था में सुधार की जरूरत है.
गोयल ने बताया कि ऊपरी तौर पर निवेश लाना आसान लगता है, लेकिन जब निचले स्तर पर जाते हैं तो कठिनाइयों का पता चलता है क्योंकि वह खुद एक उद्योगपति हैं तो किस प्रकार की समस्याएं आती हैं, ये उन्होंने अच्छे से जाना है. शायद यही वजह है कि सरकार की मंशा अच्छी होने के बावजूद निवेश नहीं आ पाता, इसलिए सरकार सबसे पहले इन व्यावहारिक दिक्कतों को दूर करने की कोशिश करे.
बता दें कि 17-18 अक्टूबर को इंदौर में सरकार मैग्नीफिसेंट कार्यक्रम आयोजित कर रही है. जिसमें देश भर के तमाम उद्योगपतियों को आमंत्रित को किया गया है. सरकार का प्रयास है कि प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा निवेशक आएं, उद्योग लगें. जिससे प्रदेश के युवाओं को रोजगार मिले, अब देखना ये होगा कि 18 तारीख को उद्योगपति मध्यप्रदेश में निवेश को लेकर अपनी रुचि दिखाते हैं.