भोपाल ।मध्यप्रदेश के इंदौर में इंटरनेशलन मेगा फर्नीचर क्लस्टर, इंदौर खिलौना क्लस्टर को जल्द ही गति मिलेगी. मुख्यमंत्री ने मंत्रायल में इससे जुड़े उद्योगपतियों से मुलाकात की. वहीं दवा निर्माता कंपनी कर्नाटका एन्टिबायोटिक्स एण्ड फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड के पदाधिकारी भी मुख्यमंत्री से मिले. बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योगों की स्थापना के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं और स्वीकृतियां सहजता से दी जा रही हैं और उद्यम स्थापना को प्रोत्साहित किया जा रहा है. उन्होंने इन उद्योगों की स्थापना के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानदण्डों के अनुरूप अधोसंरचना विकास और विशेष सुविधाएं प्रदान करने के निर्देश दिए.
इंदौर इंटरनेशनल मेगा फर्नीचर क्लस्टर
इंदौर शहर के नजदीक अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से 20 किलोमीटर धार रोड पर ग्राम बेटमाखुर्द में क्लस्टर डेवलपमेंट स्कीम के तहत एसपीवी के माध्यम से "इंदौर इंटरनेशनल मेगा फर्नीचर क्लस्टर" का निर्माण प्रस्तावित है. इसे 180 हेक्टयर यानि 450 एकड़ में विकसित किया जाएगा. क्लस्टर की स्थापना से करीब 12 हजार से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे. करीब 750 करोड़ रूपये का पूंजी विनियोजन होगा.
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5 हजार करोड़ रुपए होगा वार्षिक टर्नओवर
अनुमानित वार्षिक टर्नओवर 5 हजार करोड़ रूपये से अधिक संभावित है, शहर और प्रदेश की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रांड वैल्यू बढ़ेगी. निर्यात की संभावनाएं बढ़ेंगी, बताया गया कि फर्नीचर क्लस्टर का निर्माण तीन से चार चरणों में किया जाना प्रस्तावित है. वहीं इंदौर स्थित राऊ रंगवासा औद्योगिक क्षेत्र में क्लस्टर डेवलपमेंट स्कीम के तहत एस.पी.वी. के माध्यम से "इंदौर खिलौना क्लस्टर" का निर्माण 3.5 हेक्टेयर क्षेत्र में प्रस्तावित है. मुख्यमंत्री ने क्लस्टर स्थापना के लिए सभी जरूरी सहयोग और सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. इस क्लस्टर की स्थापना से प्रथम चरण में तीन हजार से अधिक नवीन रोजगार सृजित होगा. इसमें करीब 60 करोड़ रूपए का पूंजी विनियोजन होने की संभावना है. वार्षिक टर्नओवर करीब 250 करोड़ रूपए से अधिक होगा.
कर्नाटका एन्टिबायोटिक्स एण्ड फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड
मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान कर्नाटका एन्टिबायोटिक्स एण्ड फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड के अधिकारियों ने दवा निर्माण के लिए उद्योग स्थापना की कार्ययोजना प्रस्तुत की. कंपनी अधिकारियों द्वारा बताया गया कि मध्यप्रदेश के इंदौर और पीथमपुर और अन्य उचित स्थान पर कंपनी द्वारा दवा निर्माण के लिए उद्योग की स्थापना प्रस्तावित है. उद्योग स्थापना में करीब 300 करोड़ रूपये का पूंजी विनियोजन होगा, 40 एकड़ भूमि की आवश्यकता होगी और करीब दो हजार से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे. मुख्यमंत्री ने उद्योग स्थापना के प्रस्ताव पर हरसंभव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया है.