भोपाल।कोरोना की दूसरी लहर (corona second wave impact in bhopal) ने जो कहर बरपाया था, उससे कई परिवार आज तक उबर नहीं पाए हैं. एक ऐसा ही परिवार है, जिसमें परिवार के तीन लोग 10 दिन के अंदर कोरोना से संक्रमित होकर मौत के मुंह में समा गए. इस परिवार में बचे भाई बहन अपनी आपबीती सुनाते हुए आज भी कोरोना के उस भयावह रूप को याद करते हुए सिहर उठते हैं.
कोरोना की दूसरी लहर में खोया परिवार
राजधानी के होशंगाबाद रोड स्थित बर्फानी धाम कॉलोनी में रहने वाले अंकित पटेल (corona deaths in bhopal) और उनकी बहन अमृता परिवार में आये कोरोना की दूसरी लहर के संकट के बाद बचे हैं. अंकित पटेल बताते हैं कि पिछले साल उनका पूरा परिवार कोरोना की चपेट में आ गया था. परिवार के लोग एक एक निजी कार्यक्रम के तहत गांव में इकट्ठे हुए थे. फिर इनमें से छह लोग कोरोना संक्रमित हो गए. 21 अप्रैल को और फिर 22 अप्रैल को दो चाचा कोरोना की संक्रमित होने के बाद नहीं रहे. 1 मई को पापा ओम पटेल की भी मौत हो गई.
अनजाने में हुई लापरवाही दोबारा न हो
अंकित पटेल का कहना है कि पिछले साल अनजाने में हम से जो लापरवाही (precaution for corona in bhopal) हुई है, वह दोबारा न होनी चाहिए. मैं सभी से कहता हूं कि कोरोना की तीसरी लहर में सावधानी रखें, मास्क लगाएं. 10 दिन में हमारे घर से तीन लाशें निकली थी. वह पल हम जिंदगी भर नहीं भुला सकते. जैसा हमारे साथ हुआ है किसी के साथ न हो.
अभी भी सता रहा अपनों को खोने का गम
अंकित की बहन अमृता का कहना है कि हमने अपनों को खोया (corona ka dard) है. हम जानते हैं कि अपनों के जाने का गम क्या होता है. प्लीज सब लोग सावधानी बरतें और कोरोना गाइड लाइन का पालन करें. फिर वैसा ही समय आ गया लगता है.