भोपाल। ईटीवी भारत की खबर का बड़ा असर हुआ है. राज्य में वर्ष 2020-21 में महात्मा गांधी नरेगा के तहत 6,300 करोड़ रूपये से अधिक की मजदूरी का भुगतान 1.33 करोड़ मनरेगा मजदूरों के बैंक खाते में सीधे किया गया है. राज्य में योजना शुरू होने के बाद मजदूरी में वितरित हुई यह सर्वाधित राशि है.
- मनरेगा के तहत मजदूरों को भेजी गई 700 करोड़ की राशि
ईटीवी ने प्रमुखता दिखाया कि मनरेगा के तहत मजदूरों को पिछले डेढ़ महीने से मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया. खबर दिखाए जाने के बाद सरकार ने मनरेगा के तहत रुकी हुई 700 करोड़ की राशि मजदूरों के खाते में डाली है.
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- कोविड काल में मजदूरों का नहीं किया गया था पेमेंट
10 दिनों में ही मजदूरों के बैंक खाते में 700 करोड़ रूपये की राशि जमा हुई. कोविड काल के दौरान बड़ी संख्या में गांव लौटे प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्य की मांग पर भारत सरकार ने 3 लेबर बजट और मजदूरी की राशि में वृद्धि करते हुए 2400 करोड़ रूपये से अधिक की अतिरिक्त राशि राज्य को उपलब्ध कराई गई. भारत सरकार ने इस वर्ष राज्य को मनरेगा मजदूरी मद में 6,300 करोड़ रुपये से अधिक की राशि उपलब्ध कराई, जिसका भुगतान मजदूरों के बैंक खाते में किया गया है. मनरेगा के तहत कोविड काल के दौरान 6 लाख 50 हजार से अधिक का काम किया गया. इन कार्यों का पूर्णता प्रमाण-पत्र भी जारी किया गया है.