भोपाल. दक्षिण भारत के स्वाद की पहचान इडली और डोसा (Idli-Dosa) बनाने में जितनी मेहनत लगती है, उसे खाने वाले उतनी तेजी से उसे चट कर जाते हैं. अक्सर घर में भी लोग डोसा या इडली बनाकर खाना पसंद करते हैं. इसके लिए उड़द दाल और चावल के बैटर (Batter) यानी घोल का इस्तेमाल कर खमीर उठाया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर आप लंबे समय तक खमीर वाले बैटर का इस्तेमाल करते हैं तो ये आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है?
24 घंटे बाद खतरनाक हो जाता है खमीर
आजकल लोगों के लिए सुबह के नाश्ते इडली-डोसा ज्यादा होता है, इसे बनाने के लिए काफी मेहनत से बैटर भी तैयार किया जाता है. कई लोग तो इन्हें लगभग हर दिन खाते हैं. ऐसे में हर बार घोल तैयार करने में लगने वाले समय की बचत के लिए लोग एक साथ उड़द डाल और चावल को पीसकर बैटर तैयार कर लेते हैं और फिर हफ्तों तक इसे डोसा या इडली बनाने में उपयोग करते हैं. लेकिन आपको बता दें कि यह आपके स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल लाभदायक नही है. विशेषज्ञों का मानना है कि इडली और डोसा बनाने के लिए तैयार किया गया घोल अमूमन 24 घन्टों के अंदर ही इस्तेमाल कर लेना चाहिए. इसे ज्यादा समय तक रखने से इसमें खमीर (Fermentation) की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे आप बीमार हो सकते हैं.
खमीर की प्रक्रिया नहीं थमती
डोसा या इडली बनाने के लिए तैयार किए गए बैटर को फर्मेंट किया जाता है, यानी उसमें खमीर उठाया जाता है. जिसके लिए नमक, सोडा, ड्राय यीस्ट या दही मिलाया जाता है. लेकिन अक्सर लोग सोचते हैं कि अगर वे अपने डोसा या इडली मिक्स बैटर में नमक या सोडा नही मिलाएंगे तो उनका घोल लंबे समय तक ठीक रहेगा. लेकिन ऐसा करने से उस बैटर में खमीर की प्रक्रिया नहीं रुकती. सिर्फ इसकी गति धीमी हो जाती है, जिसकी वजह से कुछ समय बाद ये बैटर खराब हो जाता है.