भोपाल। मध्यप्रदेश में एनआरसी को लेकर एक के बाद एक अफसरों के बयान सामने आ रहे हैं और चर्चा में हैं. मंडला कलेक्टर जगदीश चंद्र जाटिया के बाद अब पर्यावरण विभाग के उपसचिव नियाज खान ने एनआरसी को लेकर अपनी सोच जाहिर की है.
नियाज ने सोशल मीडिया पर एनआरसी को लेकर चार ट्वीट किए हैं, जिसमें उन्होंने अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं. उन्होंने कहा है कि एनआरसी उन लोगों के लिए होना चाहिए जो भ्रष्ट हैं और सरकारी धन चोरी करते हैं. ये पैसा गरीबों के लिए है. भ्रष्ट लोग देश के नागरिक कहलाने लायक नहीं हैं. ऐसे भ्रष्ट लोग जो खुद को देशभक्त बताते हैं, इन लोगों को एनआरसी के जरिए बाहर निकाल फेंकना चाहिए, ऐसा करने ने से देश साफ हो जाएगा.
नियाज खान ने कहा कि मेरा विश्वास कीजिए कि अगर इसे सच्चे दिल से लागू किया जाता है, तो अधिकतर सरकारी पद खाली हो जाएंगे और ईमानदार लोगों को राष्ट्र की सेवा करने का अवसर मिलेगा. उन्होंने ट्वीट किया कि मैं एक लेखक और भारतीय नागरिक होने के नाते प्रधानमंत्री मोदी से निवेदन करता हूं कि इस बात पर वे विचार करें, ये समय की जरूरत है कि सिर्फ ईमानदार लोग ही देश के नागरिक होने चाहिए.
नियाज खान का विवादों से पुराना नाता
आईएएस अफसर नियाज खान पहले भी अपने बयानों से चर्चा में रह चुके हैं. एक बार उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा था कि खान सरनेम होने के कारण उन्हें अपनी सर्विस के दौरान काफी कुछ भुगतना पड़ा. बता दें कि एक बार उन्होंने अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम और मोनिका बेदी पर किताब लिखने की भी इजाजत मांगी थी. वे दाउद इब्राहिम पर भी बुक लिख चुके हैं.