भोपाल। मध्यप्रदेश के चर्चित आईएएस (IAS)अधिकारी नियाज खान आजकल मीडिया में छाए हुए हैं. फिल्म द कश्मीर फाइल्स के प्रचार-प्रसार के बीच पीएम मोदी पर दिए गए बयान को लेकर शिवराज सरकार ने उन्हें नोटिस थमाया है. इसके बाद वह और आक्रामक हो गए हैं. नोटिस मिलने के बाद आईएएस नियाज खान ने फिर ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि जब आप सभी से प्यार करते हैं और कुरान में गहरा भरोसा रखते हैं तो आप और ज्यादा मजबूत बन जाते हैं. हमेशा न्याय के साथ खड़े रहें. गॉड आपको ताकत देगा. सभी गालियां दुआओं में बदल जाएंगी. सिर्फ भगवान से डरें, न कि इंसान से.
देश का सबसे बड़ा ओडीएफ घोटाला किया था उजागर :साल 2015 बैच के आईएएस अधिकारी अपनी सख्त कार्यप्रणाली की वजह से हमेशा सरकारों के निशाने पर रहे हैं. कभी फिल्म एक्टर सलमान खान को नोटिस देकर तो कभी बड़ा भ्रष्टाचार उजागर करने की वजह से. यही कारण है कि वह लगातार एक जगह लंबे समय तक टिक नहीं सके. 20 साल की सर्विस में उनके 19 से ज्यादा ट्रांसफर हो चुके हैं. मूलतः छत्तीसगढ़ के रहने वाले नियाज खान 2001 में राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी बने थे. इसके बाद उनकी सबसे पहली पोस्टिंग रायसेन के मंडीदीप में बतौर डिप्टी कलेक्टर हुई. पद संभालने के बाद ही उन्होंने रायसेन जिले में नकली सामान बनाने वाली फैक्ट्रियों को निशाने पर लिया. ऐसे फैक्ट्री संचालकों के खिलाफ उन्होंने मामला पंजीबद्ध कराया. इस दौरान उन्हें जान से मारने तक की धमकी मिली.
गुना में ओडीएफ घोटाले का किया पर्दाफाश :साल 2006-07 में होशंगाबाद पदस्थापना के दौरान उन्होंने अतिक्रमण अभियान चलाया. इस दौरान जानी-मानी लेखिका अरूंधति राय के पति प्रदीप किशन और फिल्मकार विक्रम भट्ट की बहन से बंगले खाली करा लिए. रेत माफिया के खिलाफ भी जमकर कार्रवाई की. उन्हें गुना में जिला पंचायत सीईओ को प्रभार मिला तो उन्होंने जिले में हुए ओडीएफ के नाम पर हुए फर्जीवाड़े का खुलासा किया. करोड़ों के घोटाले का पर्दाफाश होने के बाद उन्होंने कर्मचारियों तक के खिलाफ मामले दर्ज कराए. 125 सरपंचों से वसूली की. इसके बाद उन्हें हटा दिया गया.