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कोरोना के कहर के बीच 5 महीने बाद खुले स्कूल, जाने कैसा पहला दिन

मध्यप्रदेश में कोरोना का कहर जारी है. पांच महीने पहले लॉकडाउन के चलते प्रदेश के सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया था. लेकिन अनलॉक के बाद सरकार ने कक्षा 9वीं से लेकर 12वीं तक के स्कूलों को खोलने का आदेश दे दिया. स्कूल खुलने के बाद ईटीवी भारत की टीम ने स्कूलों का जायजा लिया.

How was the first day of school opening in Bhopal after lockdown
5 महीने बाद खुले स्कूल

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Published : Sep 21, 2020, 7:46 PM IST

भोपाल। कोरोना महामारी के कारण लंबे अरसे से शैक्षणिक संस्थान बंद हैं, जिसके चलते विद्यार्थियों की पढ़ाई का काफी नुकसान हो रहा है. जिसे लेकर राज्य सरकार ने स्कूलों को खोलने के निर्देश जारी किए थे, जिसके बाद सोमवार से प्रदेश भर में कक्षा नौवीं से बारहवीं तक के स्कूल शुरू किए गए हैं. चूंकि अभी कोरोना वायरस का खतरा टला नहीं है, इसलिए इस बात को ध्यान में रखते हुए स्कूलों में गाइडलाइन का पालन करते हुए व्यवस्थाएं की गई हैं.

5 महीने बाद खुले स्कूल

भोपाल के सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय में भी छात्र स्कूल में पहुंचे, इस दौरान स्कूल में खास व्यवस्था की गई है. प्रधानाचार्य सुधाकर पराशर ने बताया कि पूरे स्कूल परिसर की साफ सफाई कर सैनिटाइजेशन किया गया है. इसके साथ ही केवल उन विद्यार्थियों को स्कूल में आने की इजाजत दी गई है, जो अपने पालक से लिखित अनुमति लेकर आ रहे हैं.

अलग-अगल ग्रुप में बांटे गए बच्चे
सुधाकर पराशर ने बताया कि सोमवार से 2 घंटे की शिफ्ट में स्कूल खोला गया, विद्यार्थियों को पढ़ाई से संबंधित जो भी प्रश्न या शंकाएं हैं उन्हें दूर करने के लिए आ सकते हैं और अपने शिक्षक से बात कर सकते हैं. इस दौरान विद्यालय परिसर में साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया जाएगा. सुधाकर पराशर ने बताया कि स्कूल में विद्यार्थियों को ग्रुप में बांटा गया है, जो अलग-अलग समय में स्कूल आएंगे.

एक क्लास में नहीं होंगे 9 से ज्यादा बच्चे
स्कूलों में 2 से 3 शिफ्टों में काम किया जा रहा है. इसी तरह राजधानी भोपाल के अन्य स्कूलों में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कक्षाओं को शुरू किया गया. स्कूलों को प्रशासन ने कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के सख्त निर्देश दिए हैं. किसी भी कक्षा में 9 से ज्यादा विद्यार्थियों को बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी.

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