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भोपाल में कंपाउंडर का दावा, 25 रुपए की दवा से ठीक हो सकते हैं कोरोना मरीज

भोपाल के मास्टर लाल सिंह अस्पताल के कंपाउंडर अंबिका प्रसाद ने आगे कहा कि वह इंट्रा-मस्कुलर इंजेक्शन के जरिए लोगों को ठीक कर रहे हैं. इसके अलावा कोरोना मरीजों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली सभी दवाइयां किसी भी मेडिकल स्टोर पर आसानी से 25 रुपए कीमत में आ जाती हैं.

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Published : May 2, 2021, 9:41 AM IST

Compounder claims in Bhopal
भोपाल में कंपाउंडर का दावा

भोपाल।राजधानी के लाल सिंह अस्पताल के एक कंपाउंडर का दावा है कि वह कोरोना संक्रमित लोगों का इलाज कर उन्हें ठीक कर सकता है. कंपाउंडर ने दावा किया है कि वह करीब 10 मरीजों को अपनी दवा से ठीक कर चुका है, यह दवाइयां आसानी से किसी भी मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध हैं.

भोपाल में कंपाउंडर का दावा
  • कैसे करता है कंपाउंडर कोरोना मरीजों का इलाज?

लाल सिंह अस्पताल के इस कंपाउंडर का नाम अंबिका प्रसाद खरे है. अंबिका ने कहा कि लोग उसके इलाज से ठीक हो रहे हैं, सरकारी अस्पताल में जो दवाइयां कोरोना मरीजों को दी जा रही हैं, वही दवा वह कोरोना मरीजों को दे रहा है. कंपाउंडर ने आगे कहा कि इन दवाइयों की कीमत काफी कम है, इसलिए भी लोग उनके पास आ रहे हैं और ठीक हो रहे हैं. वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने इसे महज संयोग बताया है, लेकिन ठीक होने वाले लोगों का कहना है कि उन्हें कंपाउंडर खरे ने घर पर रहते हुए सस्ते इलाज से ही ठीक कर दिया है.

  • 25 रुपए में हो सकता है कोरोना का इलाज: दावा

भोपाल के मास्टर लाल सिंह अस्पताल के कंपाउंडर अंबिका प्रसाद ने आगे कहा कि वह इंट्रा-मस्कुलर इंजेक्शन के जरिए लोगों को ठीक कर रहे हैं. इसके अलावा कोरोना मरीजों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली सभी दवाइयां किसी भी मेडिकल स्टोर पर आसानी से 25 रुपए कीमत में आ जाती हैं.

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  • 45% फेफड़े थे खराब, कंपाउंडर के किया इलाज

भोपाल के देवकी नगर निशातपुरा फाटक क्षेत्र में रहने वाली मिश्री बाई गुर्जर 57 साल की बुजुर्ग हैं. उन्हें भी कोरोना संक्रमण ने अपनी चपेट में ले लिया था. उनके सिटी स्कैन में 40-45% फेफड़ों पर इंफेक्शन आया था. इसके बाद परिजन उन्हें लेकर अस्पतालों के चक्कर लगाते रहे, लेकिन उन्हें भर्ती होने के लिए कोई व्यवस्था नहीं हो पाई. इसके बाद उन्होंने अंबिका प्रसाद खरे से संपर्क किया और घर पर ही मरीज के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था की. इसके बाद कंपाउंडर खरे द्वारा बताई गई दवाइयां उन्हें दी गई, जिससे बुजुर्ग महिला का अब एकदम ठीक हो गई है.

  • स्वास्थ्य विभाग ने कहा

मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के पूर्व डायरेक्टर डॉक्टर बी.एस. ओहरी का कहना है कि कंपाउंडर जो इलाज बता रहा है उसमें सभी दवाइयां केवल एंटीबायोटिक हैं, जोकि मरीज को साधारण तौर पर बुखार या अन्य संक्रमण होने पर ठीक कर सकती हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण इन दवाइयों से कंट्रोल नहीं हो सकता है. इन दवाओं से कोरोना का इलाज संभव नहीं हैं.

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