भोपाल। 'हॉर्स ट्रेडिंग' पर मची हाहाकार मध्यप्रेदश में क्या गुल खिलाएगी, इस पर बड़े-बड़े सियासी पंडित भी कोई भविष्यवाणी नहीं कर पा रहे हैं. हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप-प्रत्यारोप के बीच प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह अचानक दिल्ली रवाना हो गए. जिसके बाद सियासी उठापटक भी शुरू हो गई है, चर्चा है कि शिवराज सिंह बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर सकते हैं.
दो दिन पहले दिग्विजय सिंह ने शिवराज सिंह चौहान और नरोत्तम मिश्रा पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाया था, जिसके बाद सूबे का सियासी पारा चढ़ गया है. इसी बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी बीजेपी पर हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप लगाए और विधायकों को मुफ्त की सलाह दे डाली कि अगर फ्री में पैसा मिल रहा है तो ले लो.
प्रदेश की कमलनाथ सरकार को गिराने के लिए की जा रही हॉर्स ट्रेडिंग पर कई विधायक खुलकर बोले भी चुके हैं. दमोह से कांग्रेस विधायक राहुल सिंह ने दावा किया है कि पिछले एक साल से उन्हें बीजेपी ऑफर दे रही है.
एमपी में हॉर्स ट्रेडिंग पर हाहाकार! विधायकों के खरीद-फरोख्त के मुद्दे पर कांग्रेसी भी अलर्ट पर हैं और अपने अपने स्तर पर सभी मंत्री और विधायक बचाव कर रहे हैं. सरकार को समर्थन दे रही बसपा विधायक भी गायब हैं. दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया है कि बीजेपी ने कांग्रेस, बसपा और सपा विधायकों को दिल्ली लाने की कोशिश में जुटी है.
कमलनाथ सरकार के दो मंत्री जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह भी दिल्ली रवाना हो चुके हैं, दो मंत्रियों का अचानक दिल्ली जाना भी कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है. हालांकि कमलनाथ सरकार के कई मंत्रियों के बयान सामने आए हैं कि हॉर्स ट्रेंडिंग की लाख कोशिशों के बावजूद कांग्रेस पूरी तरह से एक है.
दिग्विजय सिंह और सीएम कमलनाथ के आरोपों के बाद शिवराज सिंह का अचानक दिल्ली पहुंचना कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है. हॉर्स ट्रेडिंग पर मध्यप्रेदश में बना माहौल अब सियासी पंडितों की समझ से परे नजर आ रहा है. हालांकि देखना होगा कि सूबे की सियासत में हॉर्स ट्रेडिंग पर मची हाहाकार क्या गुल खिलाती है.