भोपाल। मध्यप्रदेश में हनीट्रैप कांड ने नेता से लेकर अफसर और कारोबारी से लेकर रसूखदार, सबकी नींद उड़ा रखी है. सियासी गलियारों में चर्चा जोरों पर है कि इस गिरोह ने सत्ता में बैठे कुछ मंत्रियों, विपक्ष के कुछ नेताओं, अफसरों, ठेकेदारों और इंजीनियरों को अपने जाल में फंसाकर खुफिया कैमरों में इनकी अय्याशी कैद कर ली. जांच की आंच जब हनीट्रैप पर पड़ी तो एक के बाद एक सनसनीखेज खुलासे होने लगे.
यही वजह है कि सूबे की सियासत में इस वक्त सबसे ज्यादा चर्चित कोई मामला है तो वो है हनीट्रैप कांड. हनीट्रैप मामले के तार मध्यप्रदेश के बाद अब छत्तीसगढ़ से भी जुड़ गए हैं. इधर आरोपी युवतियों से हो रही लागातार पूछताछ में रोज नए सबूत पुलिस के हाथ लग रहे हैं.
सूत्रों की मानें तो ये गिरोह आला अधिकारी और रसूखदार मंत्रियों को अपना निशाना बनाकर उनसे मोटी रकम बसूलता था. कई आला अधिकारी और बड़े नेता इन हसीनाओं के चंगुल में फंस चुके थे, जिसकी सैकड़ों वीडियो क्लिप भी बनाई गई हैं और उसके बदले बड़े पैमाने पर पैसों की वसूली भी की गई. चर्चा तो ये भी है कि कमलनाथ सरकार के 28 मंत्री-विधायक भी इस गिरोह के निशाने पर थे.