भोपाल। हनी ट्रैप मामले में इंदौर के महू से पकड़े गए एक जवान को भोपाल कोर्ट में पेश किया गया. यहां से उसे पूछताछ के लिए 26 मई तक पुलिस रिमांड पर एटीएस को सौंपा गया है. एटीएस के अधिकारी आरोपी जवान से पूछताछ कर पता लगाने की कोशिश करेगी कि उसने क्या जानकारी साझा की है.
आरोपी जवान अविनाश को जिला अदालत में इतने गुपचुप तरीके से पेश किया गया कि किसी को खबर भी नहीं हुई. जवान जिला अदालत में करीब 2 घंटे से ज्यादा समय तक रहा. उसके बाद उसे एटीएस को सौंपा गया. बताया जा रहा है कि सेना के जवान अविनाश कुमार की पाकिस्तानी महिला मित्र ने उसे सेना से जुड़ी जानकारियां भेजने के बदले कुछ राशि भेजी थी. यह भी पता चला है कि दोनों दुबई में किसी जगह पर मिलने वाले थे, लेकिन किसी काम की वजह से अविनाश वहां नहीं जा सका.
पैसों को लेकर ATS करेगी पूछताछ
अविनाश पर केंद्रीय इंटेलिजेंस एजेंसी की नजर थी. इंटेलिजेंस एजेंसी को शक है कि उसके द्वारा देश के भीतर से सेना के मूवमेंट की जानकारियां भी दी गई है. अब एटीएस अविनाश को रिमांड पर लेकर सभी चीजें उगलवाने की कोशिश कर रही है. जिससे पता चल सके कि उसने महिला मित्र को क्या-क्या जानकारी साझा की है. साथ ही पैसों को लेकर भी अविनाश से पूछताछ की जाएगी कि उसे इस काम के बदले में कितनी राशि प्राप्त हुई है.
सोशल मीडिया पर हुई थी मुलाकात
अविनाश के खाते में पाकिस्तानी महिला ने जो राशि भेजी है, वह सेना के जवान के खाते में जमा हुई है. जांच एजेंसी यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि जानकारी देने के बदले मिलने वाली राशि का कुछ भाग बिटकॉइन से तो नहीं मिला है. बता दें कि बिहार का रहने वाला अविनाश पिछले 4 साल से सेना की नौकरी कर है. सोशल मीडिया के जरिए वह एक महिला के संपर्क में आया था. उसने खुद को राजस्थान का रहने वाला बताया था. दोनों के बीच व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से बातचीत होती रही थी. अविनाश ने उसे सेना से जुड़ी कई जानकारियां उपलब्ध कराई हैं.