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आदिवासी अधिकार यात्रा पर गृहमंत्री ने साधा निशाना, कहा- अपने ही आदिवासी नेताओं को आगे नहीं आने देती कांग्रेस

आदिवासी अधिकार यात्रा को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस आदिवासी नेताओं को आगे नहीं आने देती है और अब उनके हक की बात करती है.

Home Minister Narottam Mishra
नरोत्तम मिश्रा

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Published : Sep 7, 2021, 12:55 PM IST

भोपाल। कांग्रेस (MP Congress) द्वारा निकाली जा रही आदिवासी अधिकार यात्रा (Aadivasi Adhikar Yatra) को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Narottam Mishra) ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने आरोप लगाया कि आदिवासियों (MP Tribal Community) की बात करने वाली कांग्रेस पार्टी में ही आदिवासी नेताओं (Tribal Leader) को आगे नहीं आने देती. पार्टी में पहले शिवभान सिंह सोलंकी (Shivbhan Singh Solanki), जमुना देवी (Jamuna Devi) और अब उमंग सिंघार (Umang Singhar) को पार्टी ने पीछे धकेल दिया है. कांग्रेस आदिवासियों में भ्रम फैलाकर उन्हें सिर्फ बांटने का काम करती है.

कांग्रेस आदिवासियों में फैलाती है भ्रम
आगामी चुनावों (MP Election 2023) को ध्यान में रखकर कांग्रेस आदिवासी क्षेत्रों में आदिवासी अधिकार यात्रा निकाल रही है. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस अधिकार यात्रा निकाल रही है, लेकिन अपनी ही पार्टी में आदिवासी नेताओं को अधिकार (Tribal Rights) नहीं देती है.

'बांटने की राजनीति कर रही कांग्रेस'
गृहमंत्री ने कहा कि उमंग सिघार ने आवाज उठाना शुरू की तो उन्हें चुप करा दिया गया. शिवभान सोलंकी को सीएम बनना था, लेकिन अर्जुन सिंह आ गए. इसके बाद जमुना देवी सामने आईं, तो दिग्विजय सिंह सीएम बन गए. आदिवासी तो हल चलाता है और हमारी संस्कृति (Indian Culture), सभ्यता और वनों को बचाता है, लेकिन कांग्रेस के नेता उनमें भ्रम और भय फैलाते हैं. बांटने की राजनीति कांग्रेस कर रही है.
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अमर्यादित भाषा पर हुई एफआईआर
उत्तर प्रदेश में पूर्व राज्यपाल (UP Former Governor Aziz Qureshi) अजीज कुरैशी पर एफआईआर दर्ज होने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि पिछले कई दिनों से देखने में आ रहा है कि कांग्रेस के सीनियर लीडर अमर्यादित भाषा का उपयोग कर रहे हैं. ऐसे वरिष्ठ नेताओं को अपनी भाषा का ख्याल रखना चाहिए. अजीज कुरैशी ने भी ऐसे ही शब्दों का उपयोग किया, इसलिए उन पर एफआईआर दर्ज की गई. इसी तरह जावेद अख्तर (Jawed Akhtar) पर भी मुनव्वर राणा (Munawwar Rana) की परछाईं पड़ गई है, इसलिए वह भी इस तरह की बातें कर रहे हैं.

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