भोपाल।गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि कुछ बच्चों के पास ढेर सारे खिलौने होते हैं, कुछ बच्चों के लिए खिलौने सपने जैसे होते हैं. मुख्यमंत्री ने संवेदनशीलता का उदाहरण पहली बार नहीं दिया है. इससे पहले भी बेटी बचाओ अभियान चलाया था. इसकी वजह से लिंगानुपात सुधरा है. आज ही बताया गया है कि मंदसौर में 1021 बेटियां हो गई हैं 1000 बेटों पर. सीएम ने मां नर्मदा बचाओ अभियान चलाया था. मध्यप्रदेश के अंदर स्वयं एक वृक्ष रोज लगाते हैं. एक भी दिन का नागा नहीं हुआ. यह एक प्रकार के संकल्प हैं, जो कांग्रेस को समझ में नहीं आएगा.
प्रदेश में कांग्रेस की हालत और खस्ता होगी :मध्यप्रदेश में बहुत से जिले ऐसे हैं, जहां कांग्रेस का एक भी विधायक नहीं है. इसके लिए दिग्विजय सिंह और सुरेश पचौरी जैसे नेताओं को जिम्मेदारी दी जा रही है, इस पर गृह मंत्री ने कहा कि बहुत ही जल्दी ऐसा होने वाला है कि बहुत से जिलों में इनका एक भी विधायक नहीं होगा. यासीन मलिक पर की गई कार्रवाई को लेकर पाकिस्तान और देश के विभिन्न जगहों से बयानबाजी सामने आ रही है, इस पर गृह मंत्री ने कहा कि कश्मीर में निर्दोष हिंदुओं की हत्या कर दी गई. वह कौन लोग हैं, जो भारत के अंदर रहकर ही अलगाववाद की सोच को बढ़ावा दे रहे हैं. यह शोध का विषय होना चाहिए और देश की जनता के लिए सोच का विषय होना चाहिए. यह हिंदुस्तान है और यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह का शासन काल है. वह दिन हवा हुए, जब पसीना गुलाब था अब इत्र भी मलोगे तो खुशबू नहीं आएगी.
कांग्रेस ने घोषणापत्र में झूठे वादे किए थे : कांग्रेस का आरोप है कि चुनाव आते ही बीजेपी घोषणा करती है, इस पर गृह मंत्री ने कहा कि साधु, चोर, लंपट और ज्ञानी अपनी सी गत सबकी जानी .. यही हालत कांग्रेस की है. इन्होंने यहां अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष से झूठ बुलवाया. दो लाख के कर्ज माफी का घोषणा पत्र में झूठ बोला ₹4हजार बेरोजगारी भत्ता देने का और जितनी घोषणा की है इन्होंने अपने घोषणापत्र में और जितने वादा किया था. अपने भाषणों में यह सब झूठ ही झूठ निकल गई तो सभी ग्रुप से इनको वही दिखेगा.
कांग्रेस को आदिवासियों की चिंता नहीं : जनजाति क्षेत्रों में कांग्रेस के विशेष अभियान चलाने वाली है, इस पर गृह मंत्री ने कहा कि अभी तक जो उनके अभियानों हश्र हुआ है, वही हश्र होगा. हमारे जनजाति भाई जानते हैं कि यह शिवराज की सरकार है और हमारे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी ने यहाँ आकर उनके उत्थान के लिए काम किया है. उन्होंने अपने 15 महीने की सरकार में आदिवासियों के लिए एक भी काम किया हो तो बताएं. यह केवल घड़ियाली आंसू हैं.