भोपाल।बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर के रामचरित मानस पर विवादित बयान को लेकर एमपी में हंगामा मचा है. रामचरित मानस विवाद पर नरोत्तम मिश्रा का रिएक्शन आया है. रामायण पर बयान को लेकर एमपी के गृह मंत्री ने कहा कि यह शिक्षा मंत्री (Professor Chandrashekhar Ramcharitmanas) जब शिक्षकों की भर्तियों पर लाठियां चलीं तब नहीं बोले. मंदिर तोड़ दिया गया पर मुंह से एक शब्द नहीं निकला. जहरीली शराब से मौतें इतनी ज्यादा हो गईं, उसके बावजूद भी एक शब्द का बयान भी नहीं आया. आज समाज तोड़ने की बात आई तो ये खड़े उठ हो गए हैं और बकवास बातें कर रहे हैं.
क्या है रामचरित मानस विवाद: बिहार के शिक्षा मंत्री ने नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के 15वें दीक्षांत समारोह में कहा था कि रामचरित मानस, मनुस्मृति नफरत फैलाते हैं. इन ग्रंथों से समाज में नफरत फैलता है, इसी बयान को लेकर देश भर में बवाल हो गया. मंत्रीजी की जीभ काटने पर तो 10 करोड़ का इनाम भी घोषित हो गया. (kya hai ramcharitmanas vivad) MP के गृहमंत्री ने बिहार के शिक्षामंत्री के बयान की आलोचना करते हुए माफी मांगने के लिए कहा है. गृहमंत्री ने कहा कि Bihar के शिक्षा मंत्री को का रामचरितमानस की चौपाई पर व्याख्या सत्य से परे हैं और गलत है. गलत व्याख्या कर वो समाज को तोड़ने का काम कर रहे हैं, जो सही नहीं है.
केजरीवाल को विज्ञापन को लेकर जारी नोटिस को लेकर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि वे काम तो कुछ नहीं कर रहे विज्ञापनों के अलावा. इसीलिए आप उनका जब भी भाषण सुनें तब देखना कि हमने शिक्षा को मुफ्त कर दिया. शिक्षा तो मध्य प्रदेश में भी मुफ्त है. हमारे यहां तो साइकिल में मुफ्त है. खाद्यान्न मुफ्त है लेकिन हम इसको महिमामंडित करने के लिए प्रचारित नहीं करते. आम आदमी पार्टी विज्ञापन राष्ट्रीय स्तर पर देती है. ये ऐसी पार्टी हैस जिसकी पंजाब में तीन महीने हुए सरकार बने और मंत्रियों को भ्रष्टाचार के आरोप में हटाना पड़ा. पंजाब का एक मंत्री जेल में है. पहली बार हिंदुस्तान के इतिहास में हुआ है कि मंत्री जेल में है. उसका इस्तीफा नहीं लिया जा रहा है. इसलिए भ्रम में डालने के लिए विज्ञापन तो देना ही पड़ेगा.