भोपाल।एमपी में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय हिज्ब-उत-तहरीर संगठन की जड़े अब भोपाल में गहरी हो गई हैं. 15 दिन पहले एमपी एटीएस द्वारा पकड़े गए सभी 16 लोग इसी संगठन के सदस्य निकले. इस बात के प्रमाण भी पुलिस को मिले हैं लेकिन इस पूरे मामले में अब तक पुलिस के हाथ एक भी ऐसा प्रमाण नहीं मिला है, जिससे यह पता चले कि संगठन एमपी की राजधानी भोपाल, छिंदवाड़ा और तेलांगना में आतंकी गतिविधियां चला रहे हैं लेकिन यह प्रमाण जरूर मिले हैं कि सभी सदस्य हिंदु, जैन आदि धर्म के लोगों को कन्वर्ट करने का काम कर रहे थे.
एयर गन नहीं खिलौने वाली बंदूकें: ETV Bharat ने पूरे मामले की पैरलल इंवेस्टिगेशन की तो दो बड़ी बातें सामने निकलकर आई. पहली कि एटीएस ने इस मामले में 4 एयरगन बरामद होने की बात कही है. एटीएस का दावा है कि इन्हीं एयरगन की मदद से HUT के सदस्य जंगलों में जाकर कैंप लगाते थे और निशानेबाजी सिखाते थे. दूसरी तरफ परिजन अलग ही कहानी सुना रहे हैं. बुधवार को जब बाकी 10 सदस्यों को कोर्ट में पेश किया तो मौके पर मौजूद आरोपियों के परिजनों ने ईटीवी को बताया कि जिन बंदूकों को पुलिस एयरगन बता रही है, वे बरामद नहीं हुई है लेकिन उनके घर में मौजूद खिलाैने वाली गन जरूर पुलिस वाले लेकर गए. इतना ही नहीं घर में सजावट के लिए रखे गए नुकीले तीर कमान को भी यह बताकर ले गए, इससे साइलेंट किलिंग करने की फिराक में थे. गौरतलब है कि एमपी एटीएस ने अब तक इस मामले में आरोपियों के खिलाफ न तो चालान पेश किया और न ही एफआईआर की कॉपी परिजनों को दी है न ही अब तक अदालत में कोई ठोस प्रमाण ही पेश किया जा सका है.
MP में पकड़े गए हिज्ब-उत-तहरीर के 16 सदस्यों में 5 की पत्नी हिंदू, 2 कन्वर्ट होकर मुस्लिम बने