भोपाल: मध्यप्रदेश सरकार द्वारा लव जिहाद पर कानून बनाने की घोषणा के बाद अब मध्य प्रदेश में सभी हिंदूवादी संगठन लव जिहाद के खिलाफ मैदान में उतर गए हैं, और इसको लेकर सभी हिंदूवादी संगठन डाटा एकत्रित कर उनके घर वापसी के लिए प्रयास करेंगे, इसको लेकर सभी हिंदूवादी संगठन अब पीड़ित युवतियों का डाटा इकट्ठा करेंगे और उसके बाद उनकी घर वापसी करायेंगे, इसको लेकर इन हिंदूवादी संगठनों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी मुलाकात की थी और कानून बनाने को कई अन्य सुझाव भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को दिए थे.
लव जिहाद में पीड़ितों की घर वापसी कराएंगे- विहिप
मध्यप्रदेश में लव जिहाद का मामला इन दिनों चर्चा में है, और हिंदूवादी संगठन लव जिहाद पर बन रहे कानून को लेकर खुश नजर आ रहे हैं . विश्व हिंदू परिषद भी लव जिहाद में पीड़ित युवतियों को न्याय दिलाने के प्रयास कर रहा है. मध्य भारत प्रांत के प्रचार प्रमुख जितेंद्र चौहान का कहना है कि हम ऐसी महिलाओं और युवतियों का डाटा इकट्ठा कर रहे हैं . जिन्होंने किसी बहकावे में आकर गैस हिंदू धर्म में शादी की है. और अब शादी के बाद से वह प्रताड़ना झेल रही हैं ऐसे आंकड़ों को इकट्ठा कर हम उनकी घर वापसी का प्रयास करेंगे. चौहान का कहना है कि हम कुछ आंकड़े भी हटा कर चुके हैं जिन युवतियों को सडयंत्र कर, बहला फुसलाकर हिंदू धर्म की लड़कियों को लव जिहाद का शिकार बनाया है .
लव जिहाद के लिए होती है लाखों की फंडिंग- चंद्रशेखर तिवारी
तो वही संस्कृति बचाओ मंच भी प्रदेश में लव जिहाद का शिकार हुई युवतियों की जानकारी जुटा रहा है. मंच के संयोजक चंद्र शेखर तिवारी का कहना है कि कानून बनने की घोषणा के बाद और लव जिहाद की कई शिकायतें सामने आने लगी हैं. हाल ही में दो से तीन मामले राजधानी भोपाल में ही आ चुके हैं जिनमें बहला-फुसलाकर शादी की और अब धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहे हैं . चन्द्र शेखर तिवारी का कहना है कि लव जिहाद के लिए लाखों रुपए की फंडिंग की जाती है, उन्हें पैसा दिया जाता है ताकि वह हिंदू लड़कियों को बहला-फुसलाकर लव जिहाद का शिकार बनाए.
घरों में पर्दे नहीं होते और महंगी गाड़ियों से घूमते हैं, इन्हें फांसी होनी चाहिए- प्रज्ञा ठाकुर
हिंदूवादी फायर ब्रांड नेत्री और भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने भी लव जिहाद के मामले को लेकर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा, ''इन लोगों के घरों में पर्दे नहीं होते लेकिन महंगी गाड़ियों से घूमते हैं, इन्हें फंडिंग होती है और हिंदू लड़कियों को बहला-फुसलाकर षड्यंत्र कर फंसाते हैं, और उनसे शादी कर उन्हें प्रताड़ित करते देते हैं, और ऐसे मामलों में शादी कराने वाले मौलवियों, हाजियों को भी सजा होनी चाहिए, क्योंकि यह सब घटनाएं नहीं हैं, बल्कि एक षडयंत्र पूर्वक सोची समझी चाल के तहत हिंदू लड़कियों को लव जिहाद का शिकार बनाने की साजिश होती है.''
पीड़ितों को खोज कराएंगे घर वापसी सीएम को दिया था ज्ञापन
लव जिहाद कानून बनाने को लेकर कई हिंदूवादी संगठनों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलकर धन्यवाद ज्ञापन भी दिया था, और इसके साथ ही कई सुझाव भी दिये थे, इस दौरान विश्व हिंदू परिषद, हिंदू जागरण मंच, धर्म जागरण मंच, अधिवक्ता परिषद के पदाधिकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिले थे. विश्व हिंदू परिषद के मध्य क्षेत्र मंत्री राजेश तिवारी का कहना है कि चोरी छुपे बेटियों को बहला-फुसलाकर भगाने के अनगिनत मामले सामने आ रहे हैं, और इसको लेकर अब वह जानकारी इक्कट्ठा रहे हैं, ताकि इस कानून के तहत हिंदू बहन-बेटियों को बहला-फुसलाकर षडयंत्र पूर्वक शादी के बाद उन्हें प्रताड़ित करने वालों पर सख्त कार्रवाई हो और उन बेटियों की घर वापसी हो.
दरअसल, पिछले लंबे समय से मध्यप्रदेश में लव जिहाद के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और यही कारण है कि सरकार ने लव जेहाद पर सख्त कानून बनाने की घोषणा की है, और दिसंबर में होने वाले विधानसभा सत्र में धर्म स्वतंत्रय अधिनियम 2020 विधेयक लाया जाएगा, जिसमें लव जिहाद करने वाले आरोपियों को 10 साल की सजा का प्रावधान रखा गया है. इसके साथ ही शादी कराने वाले पंडित काजी मौलवी और पादरियों पर भी पांच साल की सजा का प्रावधान है और सरकार की घोषणा के बाद अब हिंदूवादी संगठन भी लव जिहाद के खिलाफ मैदान में उतर आए हैं, और अब वह ऐसे मामलों की जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं, जिसके तहत हिंदू युवतियों को बहला-फुसलाकर शादी के बाद धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया जा रहा हो या घर में प्रताड़ित किया जा रहा हो. कानून की घोषणा के बाद हिंदूवादी संगठन सक्रिय हो गए हैं. अब देखना यह होगा कि दिसंबर में यह विधेयक पारित होने के बाद लव जेहाद की शिकायतों की संख्या में कितना इजाफा होता है और कितने आरोपियों को इस मामले में सजा.