भोपाल। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के निर्देशों के बाद प्रदेश में सालों से लंबित अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों के निराकरण के लिए जिलेवार शिविर लगाया गया है. राजधानी भोपाल में शिविर लगाया गया. जिसमें अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों का निराकरण किया जा रहा है. स्कूल शिक्षा विभाग अब अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों को जिलेवार शिविर लगाकर निपटा रहा है.
शिविर लगाकर अनुकंपा नियुक्ति के मामलों की सुनवाई प्रदेश में अब अनुकंपा नियुक्ति के तहत बिना पात्रता परीक्षा पास किए ही प्रयोगशाला शिक्षक के पद पर नियुक्ति दी जाएगी. इस संबंध में सोमवार को स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किए थे जिसके तहत भोपाल जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में शिविर लगाया गया. जिसमें अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों का निराकरण किया जा रहा है. कार्यालय में सालों से लंबित प्रकरणों के मामले आए जिला शिक्षा अधिकारी नितिन सक्सेना ने बताया कि सभी प्रकरणों को जल्द से जल्द सुलझाने का प्रयास किया जाएगा.
भोपाल में 27 प्रकरण लंबित
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में सुबह 10 बजे से शिविर लगाया गया. जिसमें सालों पुराने लंबित प्रकरण सामने आए, हालांकि भोपाल जिले में केवल 27 प्रकरण लंबित है. जिसमें चार का निराकरण हो चुका है, बाकी बचे प्रकरण के लिए शिविर लगाया गया. शिविर में साल 2010 से लंबित प्रकरण भी सामने आए है. इसमें हेमंत नामदेव जिनकी माता का देहांत साल 2009 में हुआ था. इनका प्रकरण पिछले 10 सालों से लंबित है. उन्होंने बताया कि एक तारीख को विभाग से मैसेज मिला था जिसके बाद आज नियुक्ति के लिए आए हैं.
शिविर में पहुंचे रहे हैं सालों पुराने मामले
इसी तरह शशि बाला पचौरी जिनके पति प्राथमिक शिक्षक थे. इनका देहांत 23 सितंबर 2019 को हुआ था. पिछले डेढ़ साल से नियुक्ति के लिए भटक रहे थे. लेकिन विभाग से कोई रिस्पांस नहीं मिल रहा था. उन्होंने बताया एक फरवरी को उनके पास मैसेज आया. जिसके बाद उन्होंने नियुक्ति के लिए आवेदन दिया है. शशि बाला पचौरी ने बताया कि वे ग्रेजुएशन पास है लेकिन विभाग द्वारा उन्हें चपरासी की नौकरी दी जा रही थी. जिससे उन्होंने इंकार कर दिया था. अब प्रयोगशाला शिक्षक के लिए उन्होंने अप्लाई किया है.