भोपाल। शहडोल में पिछले 5 दिनों से करीब 13 बच्चों की मौत हो चुकी है. जिसे लेकर स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने प्रेस कॉफ्रेंस आयोजित की. इस मामले पर जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आदेश के बाद जबलपुर मेडिकल कॉलेज से एक जांच टीम शहडोल अस्पताल गई थी. जिसकी रिपोर्ट के मुताबिक इलाज में कहीं कोई लापरवाही नहीं की गई है.
विभाग ने दी डॉक्टर्स को क्लीनचिट
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि शहडोल अस्पतालों में हुई नवजात की मौत में कहीं कोई लापरवाही सामने नहीं आई है. डॉक्टर्स ने उन बच्चों को बचाने का पूरा प्रयास किया था. लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. जांच टीम की रिपोर्ट में भी यही बात सामने आई है कि लापरवाही नहीं बरती गई है. वही बच्चों की मौत किस कारण से हुई है इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री ने घुमा फिरा कर जवाब देते हुए कहा कि जागरूकता की कमी के कारण ऐसे मामले हो रहे हैं. आगे से ऐसे मामले ना हो इस बात की हम समीक्षा करेंगे.
मेडिकल स्टॉफ को बढ़ाया जाएगा
मध्यप्रदेश में मेडिकल स्टॉफ की कमी हमेशा से रही है. शहडोल के मामले में भी यही बात सामने आई है. इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि शहडोल में अभी हमने 20 बिस्तरों का एसएनसीयू वार्ड बढ़ाया है. इसके साथ ही मानव संसाधन बढ़ाने के लिए चार डॉक्टरों को पदस्थ किया गया है. जबलपुर मेडिकल कॉलेज के सीनियर पीडियाट्रिक डॉक्टर्स शहडोल के डॉक्टर से वर्चुअल बातचीत करेंगे. अभिभावकों को जागरूक करने के लिए प्रचार प्रसार किया जाएगा और डोर टो डोर सर्वे भी किया जाएगा. इसके साथ ही भोपाल से तीन सीनियर डॉक्टर को भेजा जाएगा. एम्स भोपाल की भी मदद ली जाएगी. अस्पताल में फिलहाल के लिए दो एंबुलेंस भी बढ़ा दी गई है.
कारण अब तक स्पष्ट नहीं