भोपाल। कोविड-19 से बचाव के लिए लोगों से मास्क, सैनिटाइजर और घरों में रहने के लिए अपील की जा रही है. भोपाल के थानों, अस्पतालों, सरकारी दफ्तरों के प्रवेश द्वार पर कोरोना संक्रमण से बचने के लिए डिसइन्फेक्शन टनल लगाई गई है, लेकिन स्वास्थ्य आयुक्त ने इसके इस्तेमाल पर रोक लगा दी है. स्वास्थ्य आयुक्त ने आदेश जारी कर प्रदेश के सभी कलेक्टर, नगर निगम आयुक्त, नगर पालिका सीएमओ को निर्देशित किया है कि अब से डिसइन्फेक्शन टनल या चेंबर का उपयोग अस्पतालों और अन्य संस्थानों में न किया जाए.
COVID19: डिसइंफेक्शन टनल के उपयोग पर क्या बोले स्वास्थ्य आयुक्त
राजधानी भोपाल के थाने, अस्पतालों, सरकारी दफ्तरों के प्रवेश द्वार पर कोरोना संक्रमण से बचने के लिए डिसइन्फेक्शन टनल लगाई गई है, जिस पर सवाल उठने लगे हैं.
स्वास्थ्य आयुक्त फैज अहमद किदवई ने आदेश में कहा कि टनल में हाइपोक्लोराइट और अल्कोहल का उपयोग त्वचा और शरीर के लिए नुकसानदेह है. इसके साथ ही इस टनल का उपयोग करने वाले लोग इस भ्रम में रहते हैं, इसके स्प्रे के बाद उन्हें हाथ धोने और सोशल डिस्टेंसिंग की जरूरत नहीं है. ये लोगों को सुरक्षा का झूठा आश्वासन दे रही है, इसलिए इस टनल का उपयोग अस्पताल और सभी दफ्तरों में तुरंत बंद किया जाए.
सोडियम हाइपोक्लोराइट और अल्कोहल से हाथ और आंखों में जलन, गले में खराश, स्किन एलर्जी, उल्टी के साथ ही फेफड़ों को नुकसान हो सकता है. इसके लिए पहले ही स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार, पंजाब एवं तमिलनाडु स्वास्थ्य विभाग ने निर्देश जारी किए थे.