भोपाल।कमला नेहरू अस्पताल में बच्चों की मौत के बाद बच्चे बदले जाने और गुम होने का मामला सामने आने लगा है. कई परिजनों ने आरोप लगाते हुए परिसर के बाहर धरना दिया और अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लगाए. इस बीच उन परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, जिनके बच्चे अव्यवस्था के कारण काल के गाल में समा गए. इस पूरे घटनाक्रम को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है. कांग्रेस ने जहां इस पर लापरवाही के सरकार पर आरोप लगाए. वहीं कमलनाथ भी बच्चों को देखने हमीदिया अस्पताल पहुंचे.
दरअसल सोमवार रात को हमीदिया अस्पताल के परिसर में स्थित कमला नेहरू अस्पताल के बच्चा वार्ड में आग लगी थी. इस दौरान कई बच्चों की जान चली गई. मंगलवार को अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों को बच्चों की डेड बॉडी सौंपी. जिसके बाद पूरे परिसर में माहौल गमगीन हो गया. मंगलवार को देर शाम तक दो और परिजनों को बच्चों की बॉडी दी गई. जिनकी मौत किस कारण हुई यह नहीं बताया गया. अस्पताल प्रबंधन दबी जुबान में इन मौतों को सामान्य घोषित करने में लगा है.
परिजनों को बताया, गुम हो गया बच्चा
महिलाओं में से एक ने बच्चा गुम होने का आरोप अस्पताल प्रबंधन पर लगाया, तो दूसरी ने बच्चा बदले जाने की शिकायत प्रबंधन से की. उनका कहना है कि पहले अस्पताल के लोगों ने कहा था कि बच्चा जीवित है और बाद में दूसरा मरा हुआ बच्चा दे रहे हैं. वहीं रशीदा नाम की एक महिला का कहना है कि उसका बच्चा कल से मिल नहीं रहा. पूछने पर प्रबंधन बता रहा है कि बच्चा गुम हो गया.
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