भोपाल।मध्य प्रदेश के किसानों को उच्च गुणवत्ता का बीज उपलब्ध कराने के लिए अब पैकेट पर हॉल मार्क अनिवार्य कर दिया गया है. कृषि विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसके निर्देश दिए हैं. बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए की विभाग किसानों को बताए कि रबी और खरीफ में कौन सी फसल कितनी मात्रा में लगाई जाए जिससे उन्हें अच्छा उत्पादन मिल सके और बेहतर मूल्य प्राप्त हो. इसके लिए प्रत्येक कृषि विज्ञान केन्द्र में रबी व खरीफ फसलों की बुआई के पहले इन फसलों की सूची प्रदर्शित की जाए. इस संबंध में प्रदेश के दोनों कृषि विश्वविद्यालय भी सक्रिय भूमिका निभाएं.
निरंतर करें फसलों की निगरानी
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि विभाग की अनुपयोगी योजनाओं को बंद किया जाए. कृषि विज्ञान केन्द्रों एवं कृषि विश्वविद्यालयों के माध्यम से कृषि विभाग फसलों की निरंतर निगरानी सुनिश्चित करे, जिससे एकदम बीमारी लगकर फसलें समाप्त न हो जाएं, जैसा इस बार सोयाबीन में हुआ.
किसानों को अच्छी गुणवत्ता का बीज सुनिश्चित कराने के लिए प्रमाणित बीजों के पैकेट्स पर हॉलोग्राम अनिवार्य रहेगा. अगले खरीफ से यह प्रावधान लागू होगा. कृषि क्षेत्र में आमदनी बढ़ाने के लिए गांवों के लिऐ समग्र कृषि विकास कार्यक्रम बनाए जाएं. "लैब टू लैंड" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विश्वविद्यालयों ने शोध कर योजना तैयार कर ली है. यह केवल शोध तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए. शोध का लाभ किसान के खेत तक पहुंचना चाहिए.
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